हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से आज किसान तीसरी बार दिल्ली कूच करेंगे। 101 किसानों का जत्था दोपहर 12 बजे रवाना हुआ। उन्हें रोकने के लिए बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे जिसमे 15 किसान घायल हुए है जिनको एम्बुलेंस से अस्पताल इलाज के लिए लेजाया गया है ।
घायल किसान जिन्हें अस्पताॅल लेकर जायागया
कुलदीप सिंह,
सुखदेव सिंह,
शमशेर सिंह,
मुख्तार सिंह,
दर्शन सिंह,
मीहां सिंह,
जसविंदर सिंह,
जंगीर सिंह,
परमजीत सिंह,
इससे पहले 2 बार उन्हें बॉर्डर से खदेड़ा जा चुका है। शंभू बॉर्डर पर आज कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पूनिया भी पहुंचेंगे।
उधर, दिल्ली कूच से पहले हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 12 गांवों में इंटरनेट प्रतिबंध 18 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। ये सेवाएं सुबह 6 बजे से 17 दिसंबर रात 12 बजे तक बंद रहेंगी। यह आदेश हरियाणा की गृह सचिव सुमित्रा मिश्रा ने जारी किया है।
डंगडेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बड़ी घेल, छोटी घेल, लहारसा, कालू माजरा, देवी नगर (हीरा नगर, नरेश विहार), सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू गांव में इंटरनेट बंद रहेगा।
अंबाला जिले के 12 गांवों में इंटरनेट बंद का आदेश..
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा आज 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर से 12 बजे दिल्ली की ओर कूच करेगा। सुरेंदर सिंह लोंगोवाल, मलकीत सिंह और ओंकार सिंह जत्थे की अगुआई करेंगे। जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को लेकर पूरा देश चिंतित है। मगर देश के प्रधानमंत्री नहीं।
पंधेर ने कहा कि देर रात पंजाबी सिंगर बब्बू मान बॉर्डर पर पहुंचे थे। हम चाहते हैं कि किसान आंदोलन को पंजाब गायक और एक्टर सपोर्ट करें।
खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत नाजुक है। उनकी सेहत की जांच कर रही डॉक्टरों की टीम ने कहा कि उन्हें कभी भी दिल का दौरा पड़ सकता है। यह साइलेंट अटैक हो सकता है। इसी तरह किडनी फेल हो सकती है। ऐसे में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना बहुत जरूरी है।
डॉक्टरों का कहना है कि उनकी स्थिति बच्चे की तरह हो गई है। वह कभी भी इन्फेक्शन का शिकार हो सकते हैं। हर छह घंटे के बाद उनकी सेहत की जांच हो रही है। अब वह पानी भी एकदम नहीं पी सकते। उनके शरीर में कई तत्व कम हो गए हैं। अब उनके शरीर को उनका शरीर ही खा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- डल्लेवाल को तुरंत डॉक्टरी मदद दी जाए
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (13 अगस्त) को पंजाब और केंद्र सरकार से कहा है कि डल्लेवाल को तुरंत डॉक्टरी मदद दी जाए। उन्हें खाने को मजबूर न किया जाए। डल्लेवाल की जिंदगी आंदोलन से ज्यादा जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि किसान शांति बनाए रखें और डल्लेवाल पर किसी तरह का बल प्रयोग न किया जाए।
सुप्रीम कोर्ट के बयान पर पंधेर ने कहा है कि सरकार को बातचीत करने और बल न प्रयोग करने के लिए कहा गया है। अब देखते हैं कि सरकार सुप्रीम कोर्ट की कितनी बात मानती है।