2 जनवरी 2025: दिन वीरवार को यूनिट अंबाला कैंट संबंधित एच एस ई बी वर्कर यूनियन का धरना प्रदर्शन दूसरे दिन में प्रवेश कर गया है। विरोध प्रदर्शन के अनुसार केसरी सब डिविजन में पूरे दिन 9 से 5 बजे तक वर्क सस्पेंड रहा और यूनिट के अंतर्गत बाकी सभी सब डिविजन में दो घंटे 9 से 11 बजे तक वर्क सस्पेंड रहा। आज के विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से सर्कल सचिव राज कुमार ,यूनिट प्रधान सतबीर ,सचिव सोनू यादव ,वाइस प्रधान जसविंदर सिंह, मुकेश कुमार, राम लाल ,अमित गुलाटी,गौरव भरत ,संदीप और सभी सबडिवीजन के कर्मचारियों ने भाग लिया। अपने अभिभाषण में सर्कल सचिव जी ने कहा कार्यकारी अभियंता की कर्मचारी विरोधी कार्यप्रणाली ने सभी कर्मचारियों को मानसिक रूप से परेशान किया हुआ है। इससे पहले भी आचार संहिता के दौरान कार्यकारी अभियंता ने यूनियन के पदाधिकारियों की बदली कर दी थी और चुनाव का माहौल खराब करने की कोशिश की थी यूनियन ने पूरे 22 दिन विरोध प्रदर्शन किया था और माननीय मंत्री अनिल जी ने खुद मध्यस्था करते हुए निगम के एसीएस पावर को फोन किया और उसी दिन मैनेजमेंट से डायरेक्टर सुनील चावला चीफ ऑपरेशन चंदन सिंह कर्मचारियों के बीच में आए। एस ई कार्यालय में समझौता हुआ जिसके अनुसार यह स्पष्ट बात हुई आज के बाद कार्यकारी अभियंता कर्मचारियों को नाजायज तंग नहीं करेगा और ना ही किसी की नौकरी खत्म करने के लिए कोई लेटर विभाग में उच्च अधिकारियों को लिखेगा। समझौता होने के बावजूद भी कार्यकारी अभियंता द्वारा कर्मचारियों को बिना कोई वजह लगातार तंग किया जा रहा है। अभी अधिकारी द्वारा विक्रम alm की सेवाएं निरस्त कर दी गई ही इसके लिए अधिकारी द्वारा पेंडिंग इंक्वायरी का इंतजार नहीं किया गया अपनी तानाशाही दिखाते हुए सीधे महकमे से निकलने का काम किया गया है। यूनियन को फिर संघर्ष के लिए मजबूर कर दिया गया है। बिना किसी ठोस वजह या कारण के किसी की नौकरी से बर्खास्त करना अधिकारी की पर्सनेल ईगो है।
अपने अभिभाषण में यूनिट प्रधान सतबीर देसवाल ने भी बताया जब प्रेस के द्वारा कार्यकारी अभियंता से विक्रम alm की बर्खास्तगी का कारण पूछा गया तो अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था। अधिकारी ने बताया कंज्यूमर की शिकायत पर एस डी ओ केसरी और विक्रम alm की जांच चल रही है। बिना किसी ठोस वजह या कारण के किसी की नौकरी से बर्खास्त करना अधिकारी की पर्सनेल ईगो है।
अधिकारी की मंशा सरकार की इमेज खराब करने की भी प्रतीत होती है। हरियाणा सरकार द्वारा सभी तरह के कर्मचारियों की 58 वर्ष तक नौकरी सिक्योर करने की सराहनीय पहल की गई है जिसके लिए यूनियन भी सरकार की आभारी है लेकिन कार्यकारी अभियंता अंबाला कैंट जैसे अधिकारी अपनी पर्सनेल ईगो में ऐसे कर्मचारी की नौकरी बर्खास्त कर रहे है जिसने बिजली निगम में सर्विस करते हुए 15 वर्ष दे चुके है इसके साथ साथ अपना एक हाथ भी नौकरी करते हुए गवां चुके है। यूनियन की अपील माननीय मंत्री और निगम अधिकारियों से है यह रोष प्रदर्शन विक्रम alm को दोबारा नौकरी पर लेने और कार्यकारी अभियंता अम्बाला कैंट की बदली करने के बाद ही रुकेगा। अगर कार्यकारी अभियंता कैंट की बदली नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और जल्द ही पूरे उत्तर जोन में यह आंदोलन जा सकता है।