शहीद स्मारक में निरीक्षण के बाद मंत्री अनिल विज बोले, “मैनें अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर हालत में 10 मई तक शहीद स्मारक बनकर जनता को समर्पित हो जाना चाहिए”*
*मेमोरियल टॉवर की लिफ्ट शुरू नहीं होने पर मंत्री अनिल विज ने एक्सईएन इलेक्ट्रिकल को लगाई फटकार, बोले “दस दिन तक लिफ्ट नहीं चली तो ग्यारवें दिन आप सस्पेंड होंगे”*
*म्यूजियम में निरीक्षण के बाद मंत्री विज बोल, “आज अंदर जाकर मैं यह भूल गया कि आज 2025 है क्योंकि अंदर सभी चीजें देखकर उन्हें सन् 1857 आजादी की लड़ाई के समय की अनुभूति हो रही है”*
*ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने आज 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की याद में बन रहे शहीद स्मारक का निरीक्षण किया*
*अम्बाला/चंडीगढ़, 06 फरवरी*
हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने कहा कि अम्बाला छावनी में सन् 1857 में देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की याद में बन रहे शहीद स्मारक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करें इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगेंगे और उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री उन्हें इसके लिए समय जरूर देंगे।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर हालत में 10 मई तक शहीद स्मारक बनकर जनता को समर्पित हो जाना चाहिए, इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी समय मांगेंगे और वह उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके उद्घाटन के लिए उन्हें समय जरूर देंगे।
श्री विज आज जीटी रोड पर निर्माणाधीन शहीद स्मारक के निरीक्षण के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
निरीक्षण के दौरान मंत्री अनिल विज ने स्मारक के म्यूजिम में चल रहे कार्यों बारीकि से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि शहीद स्मारक एशिया का सबसे बड़ा स्मारक होगा। स्मारक में कलाकारों ने अपनी कला का कमाल करके बहुत ही शानदार एक्जीबिट बनाए हैं। शहीद स्मारक में आजादी की लड़ाई के एक-एक क्षण को दिखाया जाएगा और आज समारक के अंदर जाकर वह यह भी भूल गए की आज 2025 है क्योंकि अंदर जाकर सभी चीजें देखकर उन्हें उस समय की आजादी की लड़ाई के समय की अनुभूति हो रही थी।
उन्होंने कहा कि इस स्मारक में आजादी के अनसंग हीरोज के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी, इसमें यह भी दिखाया जाएगा कि “कैसे अंग्रेजों ने क्रूरता दिखाते हुए लोगों को पेड़ों और तोपों से बांध बांध कर मारा था”। स्मारक में जहां एक तरफ बहुत बड़ा कमल का फूल बनाया गया है, तो वहीं दूसरी तरफ इसमें एक शानदार झील का भी निर्माण किया गया है। मेमोरियल टॉवर में ऊपर नीचे आने-जाने के लिए दो बड़ी लिफ्ट लगाई गई है। इसके इलावा 2000 लोगों के लिए आडिटोरियम बनाया गया है। आजादी की लड़ाई के शहीदों की पूरी कहानी बयान करने के लिए देश के चर्चित और नामी डायरेक्टर से एक प्ले तैयार करवाया जा रहा है।
गौरतलब है 10 मई को ही सन् 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की ज्वाला अम्बाला छावनी से ही प्रारंभ हुई थी जिसकी याद में इस स्मारक का निर्माण किया जा रहा है।
*म्यूजियम में आर्ट वर्क का बारीकि से निरीक्षण किया*
कैबिनेट मंत्री अनिल विज को आर्ट वर्क की प्रिंसिपल एसोसिएट रीतिका व अन्य टीम ने प्रथम तल पर हरियाणा में लड़ी गई लड़ाइयों का विवरण दिया गया। विभिन्न संवादात्मक माध्यम से लड़ाइयों की कहानियों को समझाया गया।
गैलरी में पुतलों, भित्ति चित्रों और ऑडियो अनुभवों के माध्यम से 1857 के हरियाणा को प्रदर्शित किया गया है। भूमिगत सुरंग के दृश्य और अनुभव को फिर से बनाया गया है, जहाँ राव तुला राम ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए अपनी हवेली में गोला-बारूद का कारखाना स्थापित किया था।
भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लड़ी गई लड़ाइयों को ग्राउंड फ्लोर पर कलाकृतियों और प्रतिष्ठानों जैसे कि मेरठ की जेल, दिल्ली में कश्मीरी गेट की प्रतिकृति, बिठूर घाट पर नाना साहब की घोषणा, झांसी किले में लड़ी गई लड़ाइयों आदि के बारे बताया गया।
श्री विज ने शून्य गैलरी का भी दौरा किया, जिसमें पेड़ों की स्थापना को दर्शाया गया है, जहाँ अंग्रेजों द्वारा अत्याचार किए गए थे और स्वतंत्रता सेनानियों को पेड़ से लटका दिया गया था। अंत में श्रद्धांजलि गैलरी दिखाई गई जहां आगंतुक एक संवादात्मक स्थापना के माध्यम से 1857 के महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देंगे।
*मेमोरियल टॉवर की लिफ्ट शुरू नहीं होने पर मंत्री अनिल विज ने एक्सईएन को लगाई फटकार, बोले “दस दिन तक लिफ्ट नहीं चली तो ग्यारवें दिन आप सस्पेंड होंगे”*
शहीद स्मारक में निरीक्षण के दौरान मेमोरियल टॉवर की दोनों लिफ्ट अब तक चालू नहीं होने पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज खासे नाराज हुए। उन्होंने पीडब्ल्यूडी इलेक्ट्रिकल विंग के एक्सईएन नवीन राठी को फटकार लगाते कहा कि “दस दिन तक लिफ्ट नहीं चली तो ग्यारवें दिन आप सस्पेंड होंगे”। उन्होंने कहा वह ग्याहरवें दिन आकर लिफ्ट में टॉवर के ऊपरी हिस्से तक जाएंगे।
*आर्ट वर्क का अवलोकन किया, कारीगरों की कलाकारी से प्रसन्न हुए मंत्री अनिल विज*
परिवहन व ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने शहीदी स्मारक का अवलोकन करते हुए यहां पर आर्ट वर्क से सम्बन्धित जो कार्य किए जा रहे है उसका बारिकी से अवलोकन किया। स्मारक में आर्ट वर्क को देखकर मंत्री अनिल विज खासे प्रभावित हुए और उन्होंने कारीगरों की कलाकारी की खूब प्रशंसा की।
श्री विज ने कहा कि पूरा स्मारक 1857 के स्वतंत्रता संग्राम को समर्पित होगा जिसमें उस समय परिदृश्य को बखूबी प्रदर्शित किया जाएगा। स्मारक में 1857 के समय हरियाणा क दृश्य के अलावा मेरठ, यूपी, झांसी की रानी, तांत्या टोपे, गुजरात और महान क्रांतिकारियों द्वारा देश को आजाद करवाने के लिए जो कुर्बानी दी उसको दर्शाया जाएगा।
*मेरठ से पहले अम्बाला छावनी में शुरू हुआ था स्वतंत्रता संग्राम : कैबिनेट मंत्री अनिल विज*
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि आजादी की लड़ाई की पहली चिंगारी मेरठ से 10 घंटे पहले 10 मई को प्रात: 9 बजे अम्बाला छावनी से शुरू हुई थी। उन्होंने कहा कि अनसंग हीरोज ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया था, उन्हें कभी याद नहीं किया गया। इसलिए यहां पर शहीदी स्मारक बनाने का काम किया जा रहा है। सारे देश के लोग यहां पर आकर स्मारक को देखेंगे तथा युवा पीढ़ी के साथ-साथ हमारे बच्चों को भी आजादी की लड़ाई के इतिहास के बारे में सम्पूर्ण जानकारी यहां से मिल सकेगी कि किस प्रकार अंग्रेजी हकुमत ने पेड़ों से बांधकर हमारे सैनिकों को बर्बता से पीटा, तोपों के आगे बांधकर भी उन्हें मारा गया।
*झील व ओपन थियेटर होगा, हेलीपैड की भी व्यवस्था : कैबिनेट मंत्री अनिल विज*
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि शहीद स्मारक में सुंदर झील बनाई गई है। लगभग 2000 लोगों के बैठने के लिए यहां पर ऑडिटोरियम की व्यवस्था है। रोजाना यहां पर लाईट एंड साउंड का कार्यक्रम होगा जिसमें बेहतरीन डाक्यूमैंट्री फिल्म दिखाई जाएगी।
*यह लोग मौजूद रहे*
निरीक्षण के दौरान मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा भाजपा नेता मोहित कौशिक, रवि बुद्धिराजा, हर्ष बिंद्रा, प्रमोद लक्की, श्याम सुंदर अरोडा, दीपक भसीन, अनुज यादव एवं अन्य मौजूद रहे।