
अंबाला कैंट, 28 मार्च – गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, अंबाला कैंट में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह उत्साह और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। इस शिविर में स्वयंसेवकों ने समाज सेवा, जागरूकता अभियानों और रचनात्मक गतिविधियों में भाग लिया, जिससे उनके नेतृत्व कौशल और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना का विकास हुआ।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि कॉलेज के प्राचार्य प्रो. देशराज बाजवा रहे। उन्होंने स्वयंसेवकों को बधाई देते हुए कहा कि “एनएसएस केवल एक सेवा कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सीखने और व्यक्तित्व निर्माण का मंच भी है क्योंकि एनएसएस का अर्थ है ‘स्वयं से पहले आप। उन्होंने स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
भारतीय संविधान भारत कि एकता अखंडता व अनेकता में एकता का प्रतीक: प्रोफेसर रविंदर दूबला
इस अवसर पर राजनीतिक विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर रविंदर कुमार दुबला ने राष्ट्रीय एकता अखंडता बनाए रखने में भारतीय भारतीय संविधान की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संविधान के 75 साल पूरे होने पर हमें इस बात का गर्भ होना चाहिए कि संविधान की वजह से ही आज भारत को अनेकता में एकता की पहचान मिले सड़क एवं यातायात सुरक्षा पर एक महत्वपूर्ण सत्र लिया, जिसमें उन्होंने यातायात नियमों के पालन, सड़क पर सतर्कता और सुरक्षित यात्रा की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके बाद राजेश कुमार (अर्थशास्त्र विभाग) ने भी छात्रों को प्रेरित किया और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम के समापन समारोह में करीना को “सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक” और मनप्रीत को “सर्वश्रेष्ठ कैंपर” घोषित किया गया।
प्रो. आभा चौधरी, प्रो. लक्की वर्मा और प्रो. मनीष त्रिघाटिया ने विजेताओं को सम्मानित किया और एनएसएस टीम के समर्पण और अनुशासन की प्रशंसा की।
इस समापन समारोह में डॉ. आशीष जॉली, डॉ. वंदना, प्रो. रीतू, प्रो. हितेश और डॉ. मंजीत सहित अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।