Pahalgam Terror Attack: उमर अहमद इलियासी ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नही होता है, इसलिए किसी भी आतंकी की मौत के बाद उसके जनाजे की नमाज न पढ़ी जाए और कब्र के लिए भी जगह न दी जाए
Kashmir Terror Attack: ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख इमाम डॉ. उमर अहमद इलियासी ने पहलगाम आतंकी हमले पर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए सभी मस्जिदों में हर रोज अगले 7 दिनों तक दुआ करने और जुमे की नमा के दिन आतंकवाद के खिलाफ मुहिम चलाने की घोषणा की.
साथ ही उन्होंने कहा, “आतंकवाद का कोई धर्म नही होता है, इसलिए किसी भी आतंकी की मौत के बाद उसके जनाजे की नमाज न पढ़ी जाए और कब्र के लिए भी जगह न दी जाए, क्योंकि आतंकी शैतान होता है और शैतान की मौत के बाद भी वैसा ही व्यवहार करना चाहिए.”
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई. वहीं 17 अन्य घायल हैं. इस हमले में शामिल पांच आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है. इनमें तीन पाकिस्तानी नागरिक और दो जम्मू-कश्मीर के निवासी बताए जा रहे हैं. अधिकारियों ने आतंकी हमले में शामिल लोगों को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए हैं.
ये हैं तीन आतंकवादी
जांच एजेंसियों ने तीन पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की, जिनके नाम आसिफ फौजी (उपनाम मूसा), सुलेमान शाह (उपनाम यूनुस) और अबू तल्हा (उपनाम आसिफ) हैं. इसके अलावा, घाटी के दो अन्य आतंकवादियों की भी पहचान की गई, जिनमें अदिल गुरी, अनंतनाग के बिजबेहरा का स्थानीय निवासी, जो 2018 में पाकिस्तान गया था और पुलवामा का अहसन शामिल हैं. अहसन भी 2018 में पाकिस्तान गया था.
जांचकर्ताओं की मानें तो कश्मीरी आतंकवादी हाल ही में पाकिस्तान से वर्षों के प्रशिक्षण के बाद भारत में घुसपैठ करके आए थे, लेकिन फौजी और शाह कुछ समय से जम्मू-कश्मीर में सक्रिय थे और पहले भी पूंछ सहित अन्य हमलों में शामिल थे. यह भी जानकारी सामने आई कि आतंकवादियों ने हमले के दौरान विशेष रूप से पुरुषों को धार्मिक पहचान साबित करने को कहा था.