



अम्बाला, 10 मई 2025:
भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित सीजफायर के बावजूद, भारत सरकार और राज्य प्रशासन सतर्कता में कोई कमी नहीं कर रहे हैं। इसी दिशा में हरियाणा के अम्बाला जिले में आपदा प्रबंधन और सिविल डिफेंस की तैयारियों को मजबूत करने के उद्देश्य से एक विशेष ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया गया।
यह प्रशिक्षण शिविर 18 वर्ष से ऊपर के युवाओं को आपदा की स्थिति में त्वरित और संगठित तरीके से सेवाएं देने के लिए तैयार करने के मकसद से आयोजित किया गया था।
🧭 कहाँ हुआ आयोजन?
अम्बाला छावनी के प्रतिष्ठित एसडी कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया।
👥 विशिष्ट अतिथि रहे उपस्थित:
इस अवसर पर कई वरिष्ठ प्रशासनिक और सामाजिक प्रतिनिधि मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:
- उपायुक्त अजय सिंह तोमर (DC, Ambala)
- एसडीएम अम्बाला छावनी विनेश कुमार
- सिविल डिफेंस रेड क्रास अधिकारी एन.के. शर्मा
- डीएसपी अम्बाला छावनी रमेश कुमार
- एसडी कॉलेज की प्राचार्या अलका शर्मा
- नगर परिषद चेयरपर्सन अम्बाला छावनी, श्रीमती स्वर्ण कौर
🛡️ क्या है सिविल डिफेंस?
सिविल डिफेंस (Civil Defence) एक ऐसा संगठन है जिसका उद्देश्य आम नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों — जैसे युद्ध, प्राकृतिक आपदा, औद्योगिक दुर्घटनाओं आदि — से सुरक्षित निकालना और ज़रूरत पड़ने पर राहत पहुंचाना है।
इस कैंप में युवाओं को सिखाया गया:
- आपदा के दौरान प्राथमिक चिकित्सा कैसे दें
- लोगों को सुरक्षित स्थान पर कैसे ले जाएं
- संचार प्रणाली कैसे चलाएं
- फायर सेफ्टी और इवैकुएशन तकनीक
- मानवता और सेवा की भावना के साथ कार्य करना
🗣️ डीसी अजय सिंह तोमर ने युवाओं को किया प्रेरित:
“हम शांति की कामना करते हैं, लेकिन हमारी तैयारी हर चुनौती के लिए होनी चाहिए। युवाओं को अब देश की सिविल डिफेंस में भी भागीदारी निभानी होगी।”
🎯 आगे की योजना:
अधिकारियों के अनुसार इस तरह के प्रशिक्षण कैंप अन्य शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक स्थानों पर भी आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य हर युवा को प्रशिक्षित करना है ताकि वह किसी भी संकट में समाज की रक्षा कर सके।