
🔸 पाकिस्तान के साथ हालिया सीजफायर के बाद पीएम का पहला राष्ट्र के नाम संदेश
🔸 ऑपरेशन सिंदूर और सीमाई हालात पर देश को देंगे जानकारी
🔸 तीन दिन से लगातार DGMO कर रहे थे प्रेस कॉन्फ्रेंस
🔸 पाकिस्तान ने पहले ही किया था दावा—’बनयान-उन-मर्सूस’ ऑपरेशन की सफलता
मुख्य खबर:
PM मोदी रात 8 बजे देश को करेंगे संबोधित: ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के साथ सीजफायर के फैसले पर बोल सकते हैं
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब शनिवार को दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम की घोषणा हुई थी। इसके बाद पिछले तीन दिनों से भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के DGMO लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे।
संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रूपरेखा और उसके पश्चात बने हालात पर देश को अहम जानकारी दे सकते हैं। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देशभर में उत्सुकता बनी हुई है, और इसका असर भारत-पाकिस्तान रिश्तों पर दूरगामी हो सकता है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 10 मई की रात 11:30 बजे पाकिस्तान की जनता को संबोधित किया था। उन्होंने अपने संबोधन में भारतीय सेना के खिलाफ ‘बनयान-उन-मर्सूस’ नामक ऑपरेशन को सफल बताया था। इसके बाद पाकिस्तान में ‘यौम-ए-तशक्कुर’ यानी “शुक्रिया दिवस” मनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन ऐसे समय में आ रहा है जब देश और दुनिया की निगाहें सीमा पर बने हालात और भारत की अगली रणनीति पर टिकी हैं।
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्षविराम (सीजफायर) के बाद देशवासियों की नजरें आज रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर टिकी हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पुष्टि की है कि श्री मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस बहुप्रतीक्षित संबोधन में वे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीमा पर वर्तमान हालात को लेकर देश को महत्वपूर्ण जानकारी दे सकते हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच बीते शनिवार को औपचारिक तौर पर सीजफायर की घोषणा हुई थी। इसके बाद पिछले तीन दिनों में थलसेना, वायुसेना और नौसेना के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) ने प्रेस वार्ताएं की हैं, जिनमें सीमा पर स्थिति को लेकर स्पष्टता देने का प्रयास किया गया। हालांकि, अब देश प्रधानमंत्री की ओर से सीधे स्पष्टीकरण और भविष्य की रणनीति की अपेक्षा कर रहा है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर देश को जानकारी मिलने की संभावना
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि, उसके उद्देश्यों, प्राप्त परिणामों और आगे की दिशा पर बात कर सकते हैं। यह ऑपरेशन सीमाई तनाव के बीच भारत की सैन्य रणनीति का हिस्सा था, जिसे लेकर अब तक आधिकारिक रूप से सीमित जानकारी ही साझा की गई है।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह न केवल सामरिक बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी एक निर्णायक कदम रहा है। इसमें भारत ने अपनी रक्षा तैयारियों और जवाबी रणनीति की स्पष्ट झलक दी है।
पाकिस्तान ने पहले ही किया था जनता को संबोधित
भारत से पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 10 मई की रात 11:30 बजे अपनी जनता को संबोधित किया था। अपने भाषण में उन्होंने पाकिस्तानी सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन बनयान-उन-मर्सूस’ की कथित सफलता का दावा किया था। इसके बाद पाकिस्तान में ‘यौम-ए-तशक्कुर’ यानी “शुक्रिया दिवस” मनाया जा रहा है। यह संबोधन न केवल घरेलू राजनीतिक संदर्भ में बल्कि भारत-पाकिस्तान संबंधों के लिहाज से भी अहम माना गया।
तीन दिन से DGMO कर रहे थे संवाद, अब मोदी की बारी
भारतीय सेना की तीनों शाखाओं के DGMO द्वारा पिछले तीन दिनों में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीमा पर स्थिति, सीजफायर के बाद के हालात, और सेना की तत्परता पर बात की गई थी। अब प्रधानमंत्री के संबोधन को इन बयानों की निरंतरता और विस्तार के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही यह भी संभावना है कि प्रधानमंत्री सीमा पार से आने वाले खतरों, आतंकी गतिविधियों, और भारत की जवाबी नीति पर भी अपनी बात रख सकते हैं।
राजनीतिक और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षण
प्रधानमंत्री का यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब देश चुनावी माहौल से गुजर चुका है और अब एक नई सरकार के गठन की तैयारी हो रही है। सीमाई हालातों के बीच यह भाषण न केवल आमजन को भरोसा देगा बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी भारत की स्थिति और नीति को स्पष्ट रूप से बताने का अवसर बनेगा।