चंडीगढ़/अंबाला/जयपुर, 15 मई – राजस्थान से उठे धूल भरे तूफान का असर अब हरियाणा के कई जिलों में साफ नजर आने लगा है। बुधवार सुबह से ही हिसार, भिवानी, रोहतक, करनाल समेत कई इलाकों में आसमान में धूल की मोटी परत छाई रही, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो गई और लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी।
राजस्थान के पश्चिमी इलाकों — जैसलमेर, बीकानेर और बाड़मेर से उठी तेज़ गर्म हवाएं और धूल का गुबार हरियाणा की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार यह स्थानीय लो-प्रेशर सिस्टम और हीटवेव के कारण हुआ है, जिससे रेतिला तूफान राजस्थान से सटे हरियाणा के इलाकों तक फैल गया है।
❗ मौसम विभाग का अलर्ट:
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि यह स्थिति अगले 48 घंटों तक बनी रह सकती है। इसके बाद धीरे-धीरे धूल का गुबार शांत होने लगेगा और हवा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
फिलहाल, हरियाणा के कई जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार जा चुका है जो “गंभीर” श्रेणी में आता है।
📍 किन जिलों पर सबसे ज्यादा असर:
- हिसार, भिवानी, सिरसा – तेज गर्म हवाओं और धूल के कारण गर्मी का कहर चरम पर
- फतेहाबाद, पंचकूला, रोहतक – सांस की समस्या बढ़ी, बुजुर्ग और बच्चों पर असर
😷 क्या सावधानियां बरतें:
मौसम विभाग और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को इस धूल भरी हवाओं से बचने के लिए ये सुझाव दिए हैं:
- अनावश्यक घर से बाहर न निकलें
- मास्क (एन-95 या कपड़े का मोटा मास्क) पहनें
- आँखों को धूल से बचाने के लिए सनग्लासेस का प्रयोग करें
- घर की खिड़कियां-दरवाजे बंद रखें ताकि धूल अंदर न आए
- जिन लोगों को दमा, एलर्जी या सांस की बीमारी है, वे विशेष सतर्कता बरतें
- पानी अधिक मात्रा में पीएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे
- एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें (यदि उपलब्ध हो)
🔍 विशेषज्ञों की राय:
डॉ. सुमन गुप्ता (वातावरण वैज्ञानिक, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी) का कहना है,
“यह रेगिस्तानी धूल का गुबार है जो तेज़ हवाओं के साथ हरियाणा की ओर आया है। गर्म हवाएं और रेत की परत मिलकर सांस की तकलीफ को बढ़ा सकती हैं। सबसे ज्यादा खतरा दमा और एलर्जी के मरीजों को है।”
⏳ कब तक होगा सामान्य?
मौसम विभाग के अनुसार, 17 मई की रात या 18 मई सुबह से हवा की दिशा में बदलाव होने की संभावना है, जिससे धूल कम होगी और मौसम में कुछ राहत मिलेगी। हालांकि, तापमान में गिरावट की संभावना नहीं है, इसलिए हीटवेव अभी बनी रहेगी।
राजस्थान से उठी यह धूलभरी आंधी हरियाणा के कई जिलों के लिए एक प्राकृतिक चुनौती बन चुकी है। प्रशासन और मौसम विभाग दोनों लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं। यदि सावधानी बरती जाए, तो इस धूल के प्रभाव से बचा जा सकता ह