अम्बाला, 24 मई 2025
सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता और ऑनलाइन प्रक्रियाओं के दौर में भी ठगों का जाल बदस्तूर जारी है। थाना पंजोखरा पुलिस ने एक ऐसे मामले में सफलता पाई है, जिसमें एक युवक को पीजीआई चंडीगढ़ में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम हड़प ली गई थी।
थाना पंजोखरा में दर्ज मामले में आरोपी राज सिंह, निवासी सेक्टर-बी फेस-2, डिफेंस कॉलोनी, थाना पंजोखरा जिला अम्बाला को 23 मई 2025 को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।
मामले का खुलासा ऐसे हुआ
शिकायतकर्ता श्री राम दयाल, निवासी गांव व डाकखाना बारना, जिला कुरुक्षेत्र ने 2 मार्च 2025 को पंजोखरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, उनका बेटा राहुल अपने मित्र राकेश (निवासी पानीपत) के साथ नौकरी के सिलसिले में इंटरव्यू देने गया था। अम्बाला छावनी में उनकी मुलाकात सागर मलिक व अन्य लोगों से हुई, जिन्होंने खुद को उच्च अधिकारियों से जुड़ा हुआ बताकर भरोसा दिलाया कि वे उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ में सरकारी नौकरी दिलवा सकते हैं।
फर्जी ज्वॉइनिंग लैटर और लाखों की ठगी
आरोपियों के झांसे में आकर शिकायतकर्ता ने 21 अप्रैल 2021 को डिफेंस कॉलोनी में एक बड़ी रकम उन्हें सौंप दी। 27 अप्रैल को एक फर्जी ज्वॉइनिंग लैटर भी दिया गया, जिसमें 7 मई 2021 को नौकरी जॉइन करने की बात कही गई थी। जब वे निर्धारित तारीख पर चंडीगढ़ पीजीआई पहुंचे तो सच्चाई सामने आई—सभी दस्तावेज फर्जी निकले।
आरोप है कि आरोपी राज सिंह व उसके साथियों ने सिर्फ धोखाधड़ी ही नहीं की, बल्कि जब पैसे वापस मांगे गए, तो जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस की सतर्कता से चढ़ा हत्थे
थाना पंजोखरा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अपराधियों की धरपकड़ अभियान के अंतर्गत, विशेष सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी राज सिंह को गिरफ्तार किया। अब उससे पूछताछ कर अन्य सहयोगियों की जानकारी जुटाई जा रही है।
जागरूकता की जरूरत
यह मामला एक बार फिर से सबक देता है कि ‘विना पर्ची खर्ची’ की सरकारी व्यवस्था के बावजूद, दलाल किस तरह भोले-भाले युवाओं को झूठे सपनों में फंसाकर ठग रहे हैं। अभिभावकों व युवाओं को चाहिए कि वे किसी भी प्रकार की नौकरी दिलाने के नाम पर होने वाले लालच से सावधान रहें और किसी भी निजी माध्यम से पैसे का लेन-देन करने से पहले अच्छी तरह से जांच-पड़ताल करें।