मेरा नाम अनिल विज है मै किसी को बक्श्ता नहीं हूं दूबार चेक होगा बाढ़ प्रबधन
बाढ़ प्रबंधन निरीक्षण में विज का सख्त एक्शन, अधिकारियों को फटकार
अम्बाला छावनी में बाढ़ प्रबंधन का जायजा लेने निकले कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को अपने सख्त तेवर में प्रशासनिक अमले की जमकर क्लास लगाई। विज ने 100 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ तपती दोपहर में डीसी, जिले के अन्य अधिकारी और रेलवे प्रशासन को पूरे इलाके में घुमाया। हर नाले, नालियों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और जहां भी गंदगी या गोबर मिला, वहां अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।
मंत्री विज ने अपने ‘गब्बर’ स्टाइल में एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि वे हर जगह की स्थिति से वाकिफ हैं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कर्मचारियों से कहा, “मैंने एक चावल का देख कर पता कर लिया है कि क्या हाल है मेरे एरिया का। मेरा नाम अनिल विज है, मैं किसी को बख्शता नहीं हूं, इसे दुरुस्त कर लो।” कई जगहों पर सफाई का दिखावा भी उजागर हुआ, जिस पर विज ने कर्मचारियों को चेतावनी दी।
निरीक्षण के बाद विज ने अम्बाला के डीसी को निर्देश दिए कि वे इन सभी स्थानों को दोबारा देखें और सुनिश्चित करें कि बाढ़ के दौरान पानी की निकासी में कोई रुकावट न आए। विज के दौरे के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है और अधिकारियों को अब बाढ़ प्रबंधन में किसी भी तरह की लापरवाही से बचने के निर्देश दिए गए हैं।
इससे पहले भी मंत्री विज के प्रयासों से अम्बाला छावनी के इंडस्ट्रियल एरिया में बाढ़ से बचाव के लिए कंक्रीट की दीवार और अतिरिक्त पंपिंग की व्यवस्था की जा चुकी है, जिससे क्षेत्र को राहत मिलने लगी है।
सूत्रों के अनुसार, मंत्री विज अपने क्षेत्र की हर समस्या और हर इलाके से भली-भांति परिचित हैं। उनके पास पूरे क्षेत्र का इनपुट रहता है—कहां काम हुआ है, कहां नहीं हुआ, इसकी पूरी जानकारी वे खुद रखते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मंत्री विज का निरीक्षण उन स्थानों पर हो सकता है जहां अब तक काम अधूरा है या जहां बाढ़ से निपटने के लिए विशेष तैयारी की आवश्यकता है।
विज का बाढ़ प्रबंधन में अधिकारियों को धूप में घुमाने का मकसद
- मंत्री अनिल विज ने बाढ़ प्रबंधन की वास्तविक स्थिति जानने और अधिकारियों को जमीनी हकीकत से रूबरू कराने के लिए उन्हें तपती दोपहर में अपने साथ पूरे क्षेत्र में घुमाया।
- इसका उद्देश्य यह था कि अधिकारी खुद अपनी आंखों से देखें कि नालों में गंदगी, गोबर और सफाई की वास्तविक स्थिति क्या है, ताकि वे सिर्फ कागजों पर नहीं, बल्कि जमीन पर भी जिम्मेदारी से काम करें।
- विज का यह तरीका अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों का अहसास दिलाने और लापरवाही पर सीधा संदेश देने के लिए था कि बाढ़ जैसी गंभीर समस्या में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- साथ ही, विज ने अपने सख्त रवैये से यह भी दिखाया कि वे हर जगह की स्थिति से वाकिफ हैं और केवल दिखावे की सफाई या कागजी कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होंगे1।
- अधिकारियों को धूप में घुमाने का मकसद यह भी था कि वे आम जनता की समस्याओं को महसूस करें और भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
मंत्री विज ने अधिकारियों को धूप में घुमाकर बाढ़ प्रबंधन की हकीकत सामने लाने, जिम्मेदारी का अहसास कराने और प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने का संदेश दिया।
क्या अधिकारियों को धूप में घुमाने से उनकी जिम्मेदारी का एहसास बढ़ेगा
क्या यह कदम अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार लाने के लिए था
क्या इससे बाढ़ प्रबंधन में तेजी और प्रभावशीलता आएगी
क्या यह जनता के बीच सरकार की प्रतिबद्धता दिखाने का तरीका है
क्या इस कार्रवाई से अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित होगी
मंत्री विज अपने क्षेत्र के हर हिस्से से अच्छी तरह परिचित हैं और उनके पास पूरे इलाके का इनपुट रहता है। उनके निरीक्षण से अधिकारी और कर्मचारी ज्यादा सतर्क रहते हैं, जिससे काम में तेजी और पारदर्शिता आती है।
मंत्री विज का सख्त रवैया और ‘गब्बर’ की छवि प्रशासनिक अमले को समय पर और गुणवत्तापूर्ण काम करने के लिए प्रेरित करती है। इससे आम जनता को राहत मिलती है और बाढ़ की स्थिति में नुकसान की संभावना कम हो जाती है।
निरीक्षण के दौरान यदि किसी स्तर पर लापरवाही या देरी पाई जाती है, तो मंत्री विज तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं, जिससे भविष्य में ऐसी समस्याओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सकती है।
मंत्री विज का बाढ़ नियंत्रण के इंतजामों का निरीक्षण इसलिए जरूरी है ताकि क्षेत्र में बाढ़ से निपटने की तैयारियों की वास्तविक स्थिति का पता चल सके, प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित हो, और जनता को समय रहते राहत मिल सके।
मीडिया के सामने अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना क्यों बन रही है
मंत्री अनिल विज अपने सख्त और औचक निरीक्षणों के लिए जाने जाते हैं। वे जब भी किसी क्षेत्र में निरीक्षण करते हैं, तो नियमों का उल्लंघन या लापरवाही पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई करने में देर नहीं करते।
हाल ही में भी विज ने अम्बाला में सड़क सुरक्षा के मामले में खुद सड़क पर उतरकर अधिकारियों की कार्यप्रणाली की जांच की थी और लापरवाही मिलने पर आरटीओ और अन्य अधिकारियों को फटकार लगाई थी।
मंत्री विज की छवि ‘गब्बर’ के रूप में है, जिससे अधिकारी उनके निरीक्षण से पहले ही सतर्क हो जाते हैं। वे सार्वजनिक रूप से अधिकारियों की जवाबदेही तय करने और जरूरत पड़ने पर निलंबन जैसी सख्त कार्रवाई करने के लिए जाने जाते हैं।
जब मंत्री विज मीडिया के सामने निरीक्षण करते हैं, तो अगर कोई कमी, देरी या लापरवाही सामने आती है, तो वे बिना हिचकिचाहट जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकते हैं या उन्हें सार्वजनिक रूप से फटकार सकते हैं, जिससे उनकी छवि और जवाबदेही दोनों पर असर पड़ता है और ऐसा ही निरीक्षण के दौरान भी नजर आया जहां रेलवे के अधिकारी व नगर परिषद् के अधिकारियों की क्लास लगाई लेकिन इस बार इस निरीक्षण में किसी पर मंत्री ने गाज नहीं गिराई सभी को एक मौका दिया ताकि बाढ़ से पहले सब दुरुस्त हो जाए जो जनता भी चाहती है
पिछले उदाहरणों में भी देखा गया है कि मंत्री विज ने अधिकारियों के आदेश न मानने या लापरवाही पर तुरंत सस्पेंशन जैसे कदम उठाए हैं, जिससे इस बार भी मीडिया के सामने किसी अधिकारी पर गाज गिरने की संभावना बढ़ जाती है।
मंत्री विज की सख्त कार्यशैली, औचक निरीक्षण और सार्वजनिक मंच पर जवाबदेही तय करने की प्रवृत्ति के कारण, बाढ़ नियंत्रण के इंतजामों में लापरवाही या देरी पाए जाने पर मीडिया के सामने अधिकारियों पर गाज गिरने की पूरी संभावना बन रही है
क्या अधिकारियों की लापरवाही से सरकार की छवि प्रभावित हो सकती है
हाँ, अधिकारियों की लापरवाही से सरकार की छवि पर सीधा और नकारात्मक असर पड़ सकता है।
जब किसी जनहित से जुड़े कार्य—जैसे बाढ़ नियंत्रण, जल निकासी, या आपदा प्रबंधन—में लापरवाही होती है, तो इसका सीधा असर जनता के जीवन पर पड़ता है। इससे जनता में सरकार के प्रति असंतोष और अविश्वास बढ़ सकता है.
कई मामलों में देखा गया है कि जब अधिकारियों ने अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरती, तो सरकार को कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी पड़ी ताकि जनता में यह संदेश जाए कि सरकार जवाबदेह है और लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
यदि समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं होता या योजनाओं का सही क्रियान्वयन नहीं होता, तो मीडिया और विपक्ष सरकार की नाकामी को उजागर करते हैं, जिससे सरकार की छवि और विश्वसनीयता पर आंच आती है.
जनता सरकार से अपेक्षा करती है कि वह उनके हितों की रक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर नजर रखे और लापरवाही पाए जाने पर सख्त कदम उठाए। यदि ऐसा नहीं होता, तो यह सरकार की प्रशासनिक क्षमता पर सवाल खड़े करता है.
अधिकारियों की लापरवाही न सिर्फ प्रशासनिक तंत्र को कमजोर करती है, बल्कि इससे सरकार की छवि भी प्रभावित होती है, इसलिए समय पर निगरानी और सख्त कार्रवाई बेहद जरूरी है.
कहां क्या खामिया मिली विस्तार से जाने
हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने आज झुलसा देने वाली गर्मी में लगातार पांच घंटे तक मानसून सीजन से पहले बाढ़ नियंत्रण प्रबंधों का जायजा अम्बाला छावनी में डीसी, नगर निगम आयुक्त, नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लिया। इस दौरान ऊर्जा मंत्री विभिन्न कार्यों में कमियों को लेकर नाराज दिखें और संबंधित अधिकारियों व ठेकेदारों को फटकार लगाते हुए कहा कि समय से सारा काम हो जाना चाहिए अन्यथा आवश्यक सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने संबंधित अधिकारियों व पदाधिकारियों को साफ संदेश देते हुए कहा कि कार्य में कोताही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी तथा आज के निरीक्षण में जिन बिंदुओं को चिन्हित किया गया है उन पर आगामी दिनों में डीसी अम्बाला पुनः निरीक्षण के दौरान जांच/निरीक्षण करेंगे।
निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर कमियां पाए जाने पर उन्होंने जहां कार्य कर रहे ठेकेदारों को फटकार लगाई, वहीं जिला अधिकारियों को भी कार्य में कोताही बरतने के चलते डांट पिलाते हुए सही काम करने की नसीहल दे डाली। पांच घंटे तक लगातार चले निरीक्षण के दौरान डीसी अजय तोमर के अलावा निगम आयुक्त वीरेंद्र लाठर, एसडीएम विनेश, नगर परिषद अम्बाला सदर के ईओ देवेंद्र नारवाल के अलावा सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी, जनस्वास्थ्य विभाग, कैंटोनमेंट बोर्ड, रेलवे, नेशनल हाईवे अथॉरिटी सहित अन्य विभागों के अधिकारी व पार्षद मौजूद रहे।
गुडगुडिया नाले में पानी निकासी के तीन रास्तों में से दो बंद मिलने पर ऊर्जा व परिवहन मंत्री अनिल विज भड़के, बोले “ठेकेदार को मैं यहीं पर सीधा कर दूंगा”
ऊर्जा व परिवहन मंत्री अनिल विज ने 12 क्रास रोड पर गुडगुडिया नाले से निरीक्षण की शुरूआत की जहां नाले पर निर्माणाधीन पुलिया का कार्य धीमी गति से पाया गया। ठेकेदार द्वारा यहां पानी निकासी के तीन रास्ते बनाए जा रहे हैं जिनमें से दो ब्लॉक होने पर मंत्री अनिल विज भड़क गए। गुस्साए मंत्री अनिल विज ने कहा कि ठेकेदार ने पहले भी धीमी रफ्तार से कबाड़ी बाजार में पुलिया का निर्माण किया और अब यहीं ठेकेदार फिर से धीमे गति से काम कर रहा है जबकि मानसून आने वाला है। खफा हुए मंत्री अनिल विज ने नगर परिषद अधिकारियों से कहा “ठेकेदार को मैं यहीं पर सीधा कर दूंगा”। उन्होंने नगर परिषद अधिकारियों को नाले में से निर्माण सामग्री तुरंत हटाने के निर्देश दिए ताकि बरसातों के समय पानी निकासी ठीक प्रकार से हो सके। उन्होंने ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
मंत्री अनिल विज ने यादव धर्मशाला के आगे अंडरग्राउंड नाले में सफाई की जानकारी मांगी तो बगले झांकने लगे अधिकारी
श्री विज ने यादव धर्मशाला के आगे अंडरग्राउंड नाले में सफाई की जानकारी मांगी तो नगर परिषद अधिकारी व स्टाफ बगले झांकने लगे। इस बीच मौके पर मौजूद स्थानीय पार्षद शशि लोंगिया ने बताया कि यहां पर सफाई हुई ही नहीं है। मंत्री अनिल विज ने नप अधिकारियों को बरसातों से पहले यादव धर्मशाला से बिजली निगम कार्यालय तक नाले की गहनता से सफाई के निर्देश दिए।
पक्की सराय में नाले में मिली गंदगी, सफाई व्यवस्था ठीक नहीं होने पर मंत्री विज खफा
श्री अनिल विज ने पक्की सराय में जाकर गुडगुडिया नाले में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। यहां नाले में गंदगी व गार मिलने पर उन्होंने नगर परिषद अधिकारियों को फटकार लगाई। इसके साथ उन्होंने रेलवे अधिकारियों को भी रेलवे स्टेशन क्षेत्र में नाले की गहनता से सफाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टाफ पूरी तरह से अपने क्षेत्र में नाले की सफाई करें ताकि पानी निकासी नाले में ठीक हो सके।
ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने शिकायत मिलने पर 12 क्रास रोड पर खंडहर हुआ बिजली निगम का पुराना कमरा तोड़ने के निर्देश दिए
ऊर्जा मंत्री अनिल विज को स्थानीय लोगों ने बताया कि 12 क्रास रोड पर सेवा समिति चौक के पास बिजली निगम का पुराना कमरा नाले के किनारे बना है जहां नशेड़ी लोग बैठते हैं। इस पर मंत्री अनिल विज ने नगर परिषद अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से इस कमरे को तोडने के निर्देश दिए। उन्होंने सेवा समिति चौक और इससे कुछ आगे अम्बेडकर पाके के समक्ष सेंट्रल नाले में पानी निकासी प्रबंधों का जायजा लिया। सेवा समिति चौक के निकट निर्माणाधीन नाले में निर्माण सामग्री मिली जिसे तुरंत साफ करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार, सेंट्रल नाले में भी एक साइड जमी गंदगी मिली जिससे पानी निकासी प्रभावित हो रही थी। इस पर भी उन्होंने नप अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी प्रकार, 12 क्रास रोड पर बिजली निगम कार्यालय के समक्ष निर्माणाधीन एसटीपी प्लांट के समक्ष नाले में झाड़ियां व गाद मिली जिससे पानी निकासी प्रभावित हो रही थी। मंत्री अनिल विज ने इस मामले में नप अधिकारियों को फटकार लगाते हुए यहां कार्रवाई के निर्देश दिए।
महेशनगर ड्रेन की सफाई में कम लेबर मिली, ऊर्जा मंत्री ठेकेदार से बोले “सफाई में कितनी लेबर लगाई है”
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने महेशनगर ड्रेन में सफाई कार्य का निरीक्षण केडी अस्पताल के निकट किया तो यहां नाले की सफाई में कुछ लेबर ही काम करते मिली। उन्होंने मौके पर मौजूद नगर परिषद अधिकारयों व ठेकेदार से जानकारी ली तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उन्होंने फिर ठेकेदार से पूछा कि यहां सफाई में कितनी लेबर लगाई है, इस पर ठेकेदार के जवाब से वह संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने लेबर बढ़ाने तथा ड्रेन में सफाई का कार्य बरसातों से पहले पूरा करने के निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री ने महेशनगर ड्रेन को पक्का करने के कार्य संबंधी जानकारी भी सिंचाई विभाग के अधिकारियों से ली। उन्होंने कहा कि ड्रेन को पक्का करने के लिए राशि नगर परिषद द्वारा सिंचाई विभाग को दी गई है और विभाग इसका निर्माण कार्य भी जल्द करे।
ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने बब्याल पंप हाउस में लोड बढ़ाने व इसे हॉटलाइन से जोड़ने निर्देश दिए
निरीक्षण के दौरान ऊर्जा व परिवहन मंत्री अनिल विज ने बब्याल पंप हाउस में पहुंच वहां कार्यप्रणाली को जांचा। इस दौरान वहां पम्पिंग के जरिए पानी को टांगरी नदी के अंदर लिफ्ट कर फेंकने के कार्य को चैक किया। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से यहां बिजली की निरंतर उपलब्ध संबंधी जानकारी ली। ऊर्जा मंत्री ने मौके पर मौजूद बिजली निगम अधिकारियों को पंप हाउस का लोड बढ़ाने तथा यहां बिजली को हॉट लाइन से जोड़ने के निर्देश दिए ताकि बाढ़ की स्थिति में पंप हाउस से पानी को लिफ्ट कर लगातार टांगरी नदी में फेंका जा सके।
चंदपुरा पुल के निकट टांगरी नदी में खुदाई कार्य से मंत्री अनिल विज असंतुष्ट, बरसातों से पहले लेवल सही करने के निर्देश दिए
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने चंदपुरा ब्रिज से टांगरी नदी में चल रहे खनन कार्य का जायजा लिया। पुल के एक तरफ उन्होंने खुदाई कार्य पर असंतुष्टता जताई। यहां खुदाई का कार्य एक लेवल पर नहीं पाया गया, इस पर मंत्री विज ने बरसातों से पहले इसे ठीक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नदी में इस प्रकार खुदाई की जाए जिससे पानी का बहाव सही बना रहे। इसी प्रकार, उन्होंने जगाधरी रोड पर टांगरी नदी पुल पर खड़े होकर जायजा लिया। सिंचाई विभाग द्वारा यहां पर खुदाई के लिए कोई मशीन नहीं लगाई गई थी जिसपर मंत्री अनिल विज ने नाराज हुए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए नदी से झाड़ियों को बरसातों से पहले साफ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नदी में झाड़ियों को पूरी तरह से साफ किया जाए जिससे बरसाती दिनों में पानी का बहाव ठीक प्रकार से हो सके।
मंत्री अनिल विज ने महेशनगर पंप हाउस में पानी निकासी प्रबंध पर जताई नाराजगी, एक्सईएन को लगाई फटकार
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने महेशनगर पंप हाउस पर पानी निकासी प्रबंधों का जायजा लिया जहां कुछ कमियां मिलने पर उन्होंने सिंचाई विभाग के एक्सईएन को फटकार लगाई। पंप हाउस पर पूर्व में उन्होंने स्विच पैनल व मोटरों की ऊंचाई ज्यादा ऊंची करने को कहा था। मगर विभाग द्वारा इसकी ऊंचाई ज्यादा नहीं की गई जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि यदि पानी ज्यादा आया तो फिर से पैनल डूब सकते है और ऐसे में पानी को नदी को ओर फेंकने का कार्य प्रभावित होगा। कैबिनेट मंत्री ने पंप हाउस को बिजली की हॉटलाइन से जोड़ने की जानकारी मांगी तो सिंचाई विभाग के एक्सईएन साफ जवाब नहीं दे पाए जिससे मंत्री विज फिर नाराज हुए। एक्सईएन ने बताया कि हॉटलाइन पंप हाउस तक तो पहुंच गई है मगर इसे अभी जोड़ा नहीं गया है। इसपर मंत्री अनिल विज ने बिजली निगम के एक्सईएन को पंप हाउस हॉटलाइन से तुरंत जोड़ने के निर्देश दिए।
यहां भी निरीक्षण के दौरान मंत्री अनिल विज ने दिशा-निर्देश दिए
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने रामपुर सरसेहड़ी में स्टोन पिचिंग के कार्य का भी निरीक्षण करते हुए इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि मानसून से पहले इस कार्य को हर हाल में पूरा किया जाए। इसी प्रकार उन्होंने टांगरी बांध रोड को घसीटपुर रेल फाटक से जीटी रोड के साथ जोड़ने के कार्य का भी निरीक्षण किया तथा इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रोड प्रारंभ होने से वाहन चालकों को आने-जाने हेतु नया मार्ग मिल जाए जिससे उन्हें फायदा होगा।
डायवर्जन ड्रेन व बब्याल पंप हाउस छावनी में नहीं आने देती बाढ़ का पानी – विज
वहीं, निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने बताया कि डायवर्जन ड्रेन व बब्याल पंप हाउस का निर्माण उन्होंने कराया था। इनके माध्यम से पहाड़ो से आने वाले बाढ़ के पानी को डायवर्ट कर टांगरी नदी में फेंका जा रहा है। उन्होंने कहा कि अंबाला छावनी में गुडगुडिया नाला नगर परिषद एरिया के साथ-साथ रेलवे व सैन्य क्षेत्र से गुजरता है। सभी विभाग इसमें साफ को पूरी तरह से सुनिश्चित करें ताकि पानी निकासी ठीक प्रकार से हो सके। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान जो छोटी-मोटी कमियां मिली है, उस बारे सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वे पूरी ताकत के साथ मानसून से पहले-पहले यहां पर मशीनरी के माध्यम से सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करवाएं।