अंबाला शहर 23 सितम्बर 2025: जैन कॉलेज रोड स्थित श्री महाकाली मां दुखभंजनी मंदिर में द्वितीय नवरात्र के अवसर पर भक्तों ने मां ब्रह्मचारिणी का ध्यान करते हुए स्तुति की। इस अवसर पर पंडित पंकज शर्मा विशिष्ठ ने बताया कि “ब्रह्म” का अर्थ तपस्या और “चारिणी” का अर्थ आचरण करने वाली होता है, यानी मां ब्रह्मचारिणी तप के आचरण का प्रतीक हैं। मां के दाएं हाथ में जप माला और बाएं हाथ में कमंडल सुशोभित है। देवी प्रसन्न होकर अपने भक्तों को तपस्वी होने और सदाचार का पालन करने का आशीर्वाद देती हैं।
पंडित पंकज शर्मा ने बताया कि मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से तप, शक्ति, त्याग, सदाचार, संयम और वैराग्य में वृद्धि होती है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। भक्तों ने मां के इसी स्वरूप का ध्यान करते हुए आराधना की।
उन्होंने आगे बताया कि 24 सितंबर को सुबह 5 बजे से 12 बजे तक मां काली को दूध स्नान करवाया जाएगा। दूध स्नान से बनी खीर श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप वितरित की जाएगी। इसी दिन नगर परिक्रमा का भी आयोजन होगा।
25 सितंबर को शाम 5 बजे मां काली की स्वर्ण मुकुट से ताजपोशी की जाएगी।
29 सितंबर को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक 108 अखंड ज्योति समर्पण होगा।
1 अक्टूबर को हवन समारोह व नारियल भेंट का आयोजन किया जाएगा।