अम्बाला छावनी के नागरिक अस्पताल में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम मनाया गया। इस कार्यक्रम में पीएमओ डॉक्टर रेणु बेरी पजनी मुख्यरूप से उपस्थित रही। उनके साथ डॉक्टर शीलकांत पजनी, डॉक्टर विनय गोयल, डॉक्टर नीनू गांधी, डॉक्टर जोगिंदर सिंह व स्कूल हैल्थ टीम भी मोजूद रही। डॉक्टर रेणु बेरी पजनी ने अस्पताल में आए 1 से 19 साल तक के बच्चो को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर दवाई व एलबेन्डाजोल गोली खिलाई साथ ही बच्चो के अभिभावकों को भी जानकारी देकर जागरूक करने का कार्य भी किया।
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ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम भारत सरकार की एक पहल है इसका मकसद 1 से 19 साल के बच्चों को कृमि मुक्त करना है। इससे बच्चों के समग्र स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है।
कृमि रोग के लक्षण की कैसे करोगे पहचान :-
डॉक्टर नीनू गांधी ने बताया कि कृमि रोग में बच्चे अनायास मिचली या उल्टियां होना, दस्त होना, पेट दर्द, कमज़ोरी और थकान महसूस होना, बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास पर नकारात्मक असर, सांस फूलना और खांसी आना, एलर्जी के लक्षण होते है। कृमि रोग से बचने के लिए बच्चो को साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखना चाहिए, भोजन करने से पहले हाथ धोने चाहिए, दूषित भोजन से बचना चाहिए, साफ़ पानी पीना चाहिए, खुले में शौच नहीं करना चाहिए।
वंचित बच्चो के लिए माप-अप दिवस :-
डॉक्टर जोगिंदर सिंह ने बताया कि जो बच्चे आज कृमि रोग को लेकर दवाई से वंचित रह जाएगे उनके लिए माप-अप दिवस के तहत 18 फरवरी को अल्बेंडाजोल गोली खिलाई जाएगी। यह दवा एक से 19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को नजदीकी समस्त राजकीय व निजी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों व मदरसा पर भी खिलाई जाएगी।