कॉलेज के छात्र पहले से ही गीता से संबंधित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लेते आ रहे हैं। सत्र 2025-26 से यह सहभागिता और भी विस्तृत होगी, जब छात्र इस्कॉन कुरुक्षेत्र द्वारा आयोजित विभिन्न आयोजनों में पूरे मनोयोग से भाग लेंगे।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों को धर्मशास्त्रों विशेषतः श्रीमद्भगवद्गीता के गहन अध्ययन के लिए प्रेरित करना है। छात्र न केवल गीता के श्लोकों का अध्ययन करेंगे, बल्कि वे यह भी जान पाएंगे कि गीता का हमारे दैनिक जीवन में कैसे अनुप्रयोग किया जा सकता है और इसके माध्यम से जीवन को और अधिक अर्थपूर्ण, सकारात्मक एवं संतुलित कैसे बनाया जा सकता है।
कॉलेज प्रशासन का यह विश्वास है कि इस सहयोग से छात्रों में नैतिक मूल्यों, आत्म-चिंतन और जीवन प्रबंधन के गुण विकसित होंगे जो उन्हें न केवल एक सफल छात्र बल्कि एक उत्तम नागरिक बनने में भी सहायता प्रदान करेंगे।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अलका शर्मा ने बताया कि यह एमओयू छात्रों के साथ-साथ कॉलेज के लिए भी विकास के नए द्वार खोलेगा। इससे न केवल छात्रों का बौद्धिक और आध्यात्मिक उत्थान होगा, बल्कि कॉलेज को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान भी मिलेगी। उन्होंने इस पहल को एक सकारात्मक और दूरदर्शी कदम बताते हुए, सभी छात्रों और शिक्षकों से इस दिशा में सक्रिय सहभागिता की अपील की।