गुदगुदी जंक्शन समूह,अम्बाला द्वारा आयोजित म्यूजिकल कार्यक्रम “इक प्यार का नगमा है” में 16 गायकों ने सुनाए मनोज कुमार अभिनित नग़्में अम्बाला शहर,29 अप्रैल : गुदगुदी जंक्शन समूह,अम्बाला द्वारा सोमवार सांय एक निजी होटल में म्यूजिकल कार्यक्रम “इक प्यार का नगमा है” आयोजित किया गया। जानकारी देते हुए मार्गदर्शक मंडल सदस्य डॉ.संजय गौतम ने बताया कि भारतीय सिनेमा में राष्ट्रभक्ति से प्रेरित कई हिंदी फिल्मों के निर्माता,निर्देशक व अभिनेता स्व. मनोज कुमार की स्मृति में हुए इस आयोजन में सर्वप्रथम उन्हें श्रद्धांजलि दी गई तत्पश्चात उनके जीवन परिचय एवं राष्ट्र प्रेम का उल्लेख किया गया। गुदगुदी समूह अध्यक्ष चंद्रमौलि गौड़ एवं सभी पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलन उपरांत शुरू हुए कार्यक्रम में अम्बाला के अलावा पटियाला,लुधियाना व पंचकूला के 16 गायकों ने राष्ट्रभक्ति और प्रेम रस के गीतों से संगीत प्रेमियों को कार्यक्रम के अंत तक बांधे रखा। कार्यक्रम अधिकारी राकेश आहूजा द्वारा सुनाए गए पूरब और पश्चिम फिल्म के गीत “है प्रीत जहां की रीत सदा”….और क्रांति फिल्म के गीत “अब के बरस तुझे धरती की रानी”… ने श्रोताओं में जोश भरा,सभी ने भारत माता की जय के नारे लगाए। इसके बाद अम्बाला सिटी प्रभारी रोहित जैन और नैंसी ने ड्यूट सॉन्ग “मैं ना भूलूंगा”….,स्टार सिंगर इंद्र परुथी और दीपांशी शर्मा ने टाइटल सॉन्ग “इक प्यार का नगमा है”….,पटियाला प्रभारी इंद्रजीत सिंह लांबा और राजपुरा से प्रिया अरोड़ा ने ड्यूट सॉन्ग “जिंदगी की न टूटे लड़ी”….,सुरेन्द्र धीमान ने “तौबा ये मतवाली चाल”…,परमजीत सिंह भाटिया ने “महबूब मेरे महबूब मेरे तू है तो दुनिया”….,ललित वर्मा ने “दीवानों से ये मत पूछो”….,सुरेश कुमार ने “मेरे देश की धरती सोना उगले”…,कबीर भोला ने “रहा गर्दिशों में हरदम मेरे इश्क का सितारा”….,सक्षम शर्मा ने “चांद सी महबूबा हो मेरी कब”…., शाहाबाद मारकण्डा से दुष्यंत कुमार ने “कोई जब तुम्हारा हृदय तोड़ दे”….,राजीव सरीन ने “जीवन चलने का नाम चलते रहो सुबह शाम”… और मन्नी सहगल ने “पत्थर के सनम तुझे हमने मुहब्बत का”…आदि गीत सुनाकर इस सुरमयी शाम को यादगार बनाया। अध्यक्ष चंद्रमौलि गौड़ ने गुदगुदी समूह की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि यह संगठन संघर्षशील,संगीतप्रेमी और उभरते हुए गायकों एवं कलाकारों को एक मंच प्रदान करता है जिसमें सभी सेवाएं नि: शुल्क हैं। साथ ही पब्लिक का मनोरंजन करते हुए गीत संगीत से जोड़ा जाता है। कार्यक्रम में प्रोफेसर सतीश चंद्र पाराशर,ओम बनमाली,नरेंद्र हरजाई,प्रोफेसर एस एस अरोड़ा,अमरनाथ कश्यप,मंदीप शर्मा,यमुनानगर से गोबिंद गोपाल गर्ग,जसदीप सिंह बेदी,देवेन्द्र कपूर,अशोक मनचंदा,के के बंसल,राजन जैन, एस के सोनी,जसबीर सिंह जस्सी,महेश ललित,सचिन चुघ,विकास नागपाल,अनुराग चोपड़ा,अंकुश आहूजा,कमलेश अरोड़ा,रचना बनमाली, नीरू गौतम,काजल शर्मा,रजनी शर्मा,ज्योति भोला,मलकीत कौर और पूजा आहूजा सहित बड़ी संख्या में संगीतप्रेमी शामिल रहे।