किसान आंदोलन

डल्लेंवाल फाइल विडियो

पंजाब और हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन का आज 54वां दिन है। शुक्रवार रात को डल्लेवाल को 3-4 बार उल्टियां आईं। पहले वे 2 लीटर तक पानी पी रहे थे, लेकिन अब एक लीटर से भी कम पानी पी रहे हैं।

शनिवार को केंद्र सरकार का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय कृषि मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी प्रिया रंजन की अगुआई में खनौरी बॉर्डर पर पहुंचा। यहां उन्होंने किसान नेता डल्लेवाल से मुलाकात कर 14 फरवरी को चंडीगढ़ में बातचीत का * न्योता दिया। प्रतिनिधिमंडल ने किसानों को आश्वासन दिया कि सरकार उनकी समस्याओं को लेकर चिंतित है। उनकी समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय अधिकारियों ने किसान नेता डल्लेवाल से भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। अब चर्चा है कि वह मेडिकल सुविधा ले सकते हैं।


SKM-मोर्चे के नेताओं की मीटिंग विफल

वहीं खनौरी और शंभू मोर्चे के नेताओं और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेताओं की पटियाला के पातड़ा में हुई। मीटिंग में 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर स्ट्रेटजी बनाई गई, लेकिन SKM और शंभू-खनौरी बॉर्डर के नेताओं में एकता को लेकर फैसला नहीं लिया जा सका। SKM ने इसके लिए अभी और समय की मांग की है। SKM के नेता सोमवार को देश के लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों को ज्ञापन सौंपेंगे।

उधर, SKM ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लेटर लिखा है। जिसमें उन्होंने किसान नेता डल्लेवाल की सेहत पर चिंता व्यक्त करते हुए किसानों की मांगों को मानने का अनुरोध किया है।
डल्लेवाल का 20 किलो वजन कम हुआ किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का कहना है कि डल्लेवाल का वजन 20 किलो कम हो गया है।

जब वे आमरण अनशन पर बैठे थे, तब उनका वजन 86 किलो 950 ग्राम था। अब यह घटकर 66 किलो 400 ग्राम रह गया है।डल्लेवाल की लेटेस्ट मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक किडनी और लिवर से संबंधित टेस्ट का रिजल्ट 1.75 है, जो सामान्य परिस्थितियों में 1 से भी कम होना चाहिए। सरकार जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट को उन टेस्ट के रिजल्ट बताती है, जिनमें गिरावट आने में ज्यादा समय लगता है
21 जनवरी को दिल्ली कूच की तैयारी गुरुवार को किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 21 जनवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया था। पंधेर ने कहा था कि जत्थे में 101 किसान शामिल होंगे। केंद्र सरकार अभी तक वार्ता का मन नहीं बना रही है, इसलिए आंदोलन को और तेज करेंगे।

उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को चेतावनी भी दी कि उनके प्रधानमंत्री रहते ही देश में MSP पर फसल खरीद की गारंटी का कानून आएगा। किसानों की सभी मांगें देश हित में हैं और उन्हें लागू कराया जाएगा।

डल्लेंवाल फाइल विडियो
सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट फाइल फोटो

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एम कोटेश्वर सिंह की बेंच कर रही है सुनवाई….

पंजाब सरकार की तरफ से वकील कपिल सिब्बल किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हेल्थ रिपोर्ट की जानकारी कोर्ट को दे रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार द्वारा रखी गई हेल्थ रिपोर्ट को रिकॉर्ड पर लिया संज्ञान
22 जनवरी को अगली सुनवाई होगी।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की मेडिकल रिपोर्ट्स के आधार AIIMS डायरेक्टर एक मेडिकल बोर्ड गठित करें जिससे डल्लेवाल की सेहत की स्थिति पर विशेषज्ञों से राय ली जा सके।

आज 48वें दिन खनौरी किसान मोर्चे पर जगजीत सिंह डल्लेवाल जी का आमरण अनशन जारी रहा, डॉक्टरों ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल जी की हड्डियां (विशेषकर आंख के साइड) सिकुड़नी शुरू हो गयी हैं जो बेहद चिंताजनक है। किसान नेताओं ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवम किसान मजदूर मोर्चा के विनम्र निवेदन को स्वीकार करते हुए आपसी तालमेल हेतु मीटिंग 13 जनवरी को पातड़ा में आयोजित करने का फैंसला लिया है, ये स्वागत योग्य कदम है और हमारे दोनों मोर्चों का प्रतिनधिमण्डल कल पातड़ा में आयोजित मीटिंग में शामिल होगा। आज हरियाणा के हिसार से किसानों का एक जत्था जगजीत सिंह डल्लेवाल जी के समर्थन में खनौरी किसान मोर्चे पर आया, उन्होंने कहा कि हम जगजीत सिंह डल्लेवाल जी के संघर्ष के साथ खड़े हैं और परमात्मा न करे, यदि जगजीत सिंह डल्लेवाल जी के साथ कुछ अनहोनी हो गयी तो केंद्र सरकार स्थिति संभाल नहीं पाएगी। हरियाणा से आये किसानों ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल जी पूरे देश के किसानों के नेता हैं और हम सब उनके लिए अपनी ज़िंदगी कुर्बान करने के लिए तैयार हैं, कल हरियाणा के सोनीपत से किसानों का जत्था खनौरी किसान मोर्चे पर आएगा। आज दोनों मोर्चों ने जगजीत सिंह डल्लेवाल जी द्वारा हस्ताक्षरित चिट्ठी संत-महापुरुषों एवम धर्मगुरुओं को लिखी है जिसकी कॉपी नीचे संलग्न है –

माननीय संत-महापुरुष एवम धर्मगुरुओं

विषय – MSP गारंटी कानून समेत अन्य किसानी मांगों पर 48 दिनों से आमरण अनशन कर रहे साधारण किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल का आप से विनम्र निवेदन।


विभिन्न सरकारों द्वारा अलग-अलग समयों पर किसानों से किये गए वायदों को पूरा कराने के लिए मैं जगजीत सिंह डल्लेवाल 48 दिनों से आमरण अनशन कर रहा हूँ, पिछले 11 महीनों से हजारों किसान ठिठुरती ठंड, चिलचिलाती धूप एवम बारिश-तूफान में सड़कों पर बैठे हैं। 13 फरवरी से शुरू हुए हमारे आंदोलन में पुलिस की हिंसात्मक कारवाई में 1 किसान शुभकरण सिंह की गोली लगने से शहादत हुई, 5 किसानों की आंखों की रोशनी चली गयी एवम 434 किसान घायल हो गए।
पहले सिर्फ किसान एवम खेतिहर मजदूर ही MSP गारंटी कानून की मांग कर रहे थे लेकिन अब तो खेती के विषय पर बनी संसद की स्थायी समिति ने भी अपनी रिपोर्ट (पहला वॉल्यूम, पॉइंट 7, पेज 54) पर स्पष्ट कर दिया है कि MSP गारंटी कानून बनाया जाना चहिए और इस से किसानों, ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवम देश को बहुत फायदा होगा। MSP गारंटी कानून से किसानों की क्रय शक्ति बढ़ेगी जिस से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत फायदा होगा। यह संसद की सर्वदलीय कमेटी है जिसमें सभी राजनीतिक पार्टियों की तरफ से 31 सांसद शामिल हैं। 2011 में जब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए उपभोक्ता मामलों की कमेटी के चेयरमैन थे तो उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय डॉ मनमोहन सिंह को रिपोर्ट भेजकर कहा था कि किसी भी व्यापारी द्वारा किसी भी किसान की फसल सरकार द्वारा निर्धारित MSP से नीचे नहीं खरीदी जानी चाहिए और इसके लिए कानून बनाना चाहिए लेकिन 2014 में सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी ने अब तक खुद की सिफारिश लागू नहीं करी है। किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए बनाए गए डॉ स्वामीनाथन आयोग ने 2006 में अपनी रिपोर्ट दी, 2014 तक यूपीए की सरकार सत्ता में रही लेकिन उन्होंने रिपोर्ट लागू नहीं करी, 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान माननीय नरेंद्र मोदी ने वायदा किया था कि वे प्रधानमंत्री बने तो स्वामीनाथन आयोग के C2+50% फॉर्मूले के अनुसार फसलों का MSP तय करेंगे। 2014 में सत्ता में आने के बाद 2015 में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने हलफनामा देकर कहा कि वे स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं कर सकते हैं। 2018 में पंजाब की चीमा मंडी में 35 दिन धरना देने के बाद में माननीय अन्ना हजारे जी एवम माननीय जगजीत सिंह डल्लेवाल जी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आमरण अनशन किया था, उस समय तत्कालीन कृषि मंत्री माननीय राधा मोहन सिंह एवम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री माननीय देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से माननीय डॉ जितेंद्र सिंह द्वारा हस्ताक्षरित चिट्ठी आंदोलनकारी नेताओं को सौंपी थी जिसमें साफ तौर पर लिखा था कि केंद्र सरकार 3 महीने में स्वामीनाथन आयोग के C2+50% फॉर्मूले को लागू करेगी लेकिन 6 साल बीत जाने के बावजूद आज तक उसे लागू नहीं किया गया। 2020-2021 में 378 दिनों तक चले आंदोलन को स्थगित करते समय 9 दिसंबर 2021 को एक चिट्ठी कृषि मंत्रालय द्वारा हमें सौंपी गई थी जिसमें हर किसान के लिए MSP सुनिश्चित करने, खेती कार्यों को प्रदूषण कानून से बाहर निकालने, लखीमपुर खीरी के घायलों को उचित मुआवजा देने, बिजली बिल को संसद में पेश करने से पहले किसानों से चर्चा करने एवम आंदोलनकारी किसानों पर आंदोलन सम्बन्धी मुकदमे वापिस लेने समेत कई लिखित वायदे किये गए थे जो आज तक अधूरे हैं। 26 नवम्बर को मेरा आमरण अनशन शुरू होने के बाद पिछले 48 दिनों में हम देश के माननीय प्रधानमंत्री जी, माननीय उपराष्ट्रपति जी एवम माननीय सुप्रीम कोर्ट के जजों को चिट्ठी लिख चुके हैं लेकिन किसी ने भी हमारी चिट्ठी पर न तो कोई गौर किया और न ही उसका जवाब दिया।
इतिहास इस बात का गवाह है कि जब-जब राजसत्ता सही मार्ग से भटक जाती है तो संत-महापुरुष एवम धर्मगुरु राजसत्ता को सही रास्ते पर लाने का कार्य करते रहे हैं। हमारा आप से निवेदन है कि आप वर्तमान राजसत्ता को किसानों से किये वायदे पूरे करने की कहें ताकि किसानों को उनके हक-अधिकार मिल सके जिस से किसानों की आत्महत्या बंद हो सके। हमारा आप से विनम्र निवेदन है कि आप किसान मोर्चे की मजबूती एवम व्यापकता के लिए परमात्मा/वाहेगुरु/अल्लाह के चरणों मे प्रार्थना/अरदास करें ताकि हम इस आंदोलन को जीत तक ले कर जा सकें।

हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 48वें दिन भी जारी है। रविवार को खनौरी बॉर्डर पर 10 महीने से अनशन कर रहे किसान की मौत हो गई। उन्होंने पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में अंतिम सांस ली। पिछले दिनों तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

मृतक किसान की पहचान फरीदकोट जग्गा सिंह (80) के रूप में हुई है। इनके 5 बेटे और एक बेटी है। आज खनौरी बॉर्डर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव गोदारा में होगा।

उधर, पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने एक चैनल से बातचीत में कहा- ‘फसलों की MSP की कानूनी गारंटी पंजाब के किसानों के लिए नुकसानदायक है। पंजाब और हरियाणा के किसानों को गेहूं और धान की खरीद पर केंद्र की ओर से MSP दी जाती है, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर MSP लागू होने से किसानों को मौजूदा व्यवस्था के तहत मिलने वाले लाभ से हाथ धोना पड़ेगा।

MSP कानून की गारंटी पूरे देश में लागू हो गई तो पंजाब भी अन्य राज्यों की तरह केंद्र की ओर से प्रति एकड़ खरीद नियम के तहत आ जाएगा।’

किसान नेता डालेवाल के आदेशों के बाद आज अंबाला के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों ने सरकार की शव यात्रा निकालते हुए सरकार का पुतला फूंका है। इस दौरान किसानों ने अगली रणनीति बताते हुए कहा कि अब 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर मार्च निकलकर रोष प्रकट करेंगे। 

वीओ: किसान आंदोलन 0.2 को चलते हुए काफी लंबा समय हो गया है, वही किसान नेता डालेवाल को आमरण अनशन पर बैठे हुए लगभग 46 दिन हो गए है। सरकार तक अपनी बात पहुंचने के लिए किसान नेता डालेवाल ने आज सभी जगह पर सरकार का पुतला फूंकने के आदेश दिए थे इसी कड़ी के चलते अंबाला के विभिन्न गांव में किसानों ने आज सरकार की शव यात्रा निकालते हुए सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की और पुतला फूंका। इस बारे में जानकारी देते हुए किसानों ने कहा कि आज हर जगह सरकार का पुतला फूंका गया है किसान अपनी मांगो को लेकर काफी समय से बॉर्डर पर डटे हुए है लेकिन सरकार उन्हें अनदेखा कर रही है। इसके साथ ही किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है। 

हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से आमरण अनशन पर बैठे

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इसके साथ ही कोर्ट में शंभू बॉर्डर खोलने के खिलाफ दायर याचिका पर भी सुनवाई करेगा। 6 जनवरी की सुनवाई में पंजाब सरकार ने डल्लेवाल के बातचीत के लिए राजी होने की बात कही थी। जिसके बाद कोर्ट की कमेटी उनसे मिल चुकी है।

इससे पहले डल्लेवाल ने एक वीडियो संदेश जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। हमारा अनशन करना कोई कारोबार तो नहीं है। न ही हमारी शौक है।

वहीं, गुरुवार को पंजाब के मोगा में महापंचायत के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आंदोलन को समर्थन दिया था। इसको लेकर आज किसान नेताओं की 6 सदस्यीय कमेटी 101 किसानों के साथ खनौरी बॉर्डर पर आएगी। यहां SKM की ओर से आंदोलन चला रहे नेताओं सरवण पंधेर और डल्लेवाल से समर्थन पर सहमति ली जाएगी।

इसी बीच कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए डल्लेवाल का अनशन खत्म कराने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि PM मोदी अहंकार छोड़कर किसानों की सुन लें।

इसके अलावा, SKM पूरे देश में आज केंद्र सरकार के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले फूंक रही है। बता दें कि किसान फसलों पर MSP की गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर पिछले 11 महीने से आंदोलन कर रहे हैं।
डल्लेवाल ने वीडियो संदेश की 3 अहम बातें..

1. BJP ने अकाल तख्त से मेरा अनशन तुड़वाने की मांग की

डल्लेवाल ने कहा- दोस्तों आज जब हमें यहां पर यह सूचना मिली थी कि पंजाब भाजपा की इकाई की तरफ से अकाल तख्त साहिब अपील की गई है कि डल्लेवाल का अनशन तुड़वाया जाए। उसे जत्थेदारों व पंज प्यारों के माध्यम से हुक्म दिया जाए कि वह अनशन छोड़े। मैं अकाल तख्त साहिब व सभी तख्तों व पंज प्यारों का
सत्कार करता हूं।

https://youtu.be/H5jFoqkN–U?si=mep6HuUq2ml2HzxC

2. BJP वालों को अकाल तख्त नहीं मोदी जी के पास जाना चाहिए

डल्लेवाल ने आगे कहा- सवाल ये है कि पंजाब भाजपा इकाई के जो लोग हैं। पंजाब के लोग हैं, पंजाब के निवासी हैं। और यह जो हम लड़ाई लड़ रहे हैं। यह जो हम मांग उठा रहे हैं। वह पूरे पंजाब के लिए हैं। तो आप को जाना है तो मोदी जी के पास जाइए। आपको उपराष्ट्रपति के पास जाना चाहिए। वह बड़ा साफ किसानों के बारे में बोले हैं। एग्रीकल्चर मिनिस्टर व अमित शाह के पास जाना चाहिए। लेकिन आप श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के पास जा रहे हैं। इसका मतलब क्या निकलता है। आपके अंदर क्या है।

3. BJP की पंजाब इकाई मोदी जी से बात करे मैं आपको फिर से हाथ जोड़ता हूं कि अकाल तख्त साहिब की तरफ जाने की बजाय आप कृपया मोदी जी से कहें कि वह हमारी मांगे मानें। तो हम अनशन छोड़ देंगे। हमारा अनशन करना कोई कारोबार तो नहीं है। न ही हमारी शौक है। धन्यवाद। मैं पंजाब की भाजपा इकाई को विनती करता हूं कि वह मोदी जी से बात करें।