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देश में वाहन दुर्घटनाओं में मानव त्रुटि (ह्यूमन एरर) को कम करने के लिए हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज के सुझाव की आज केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने की प्रशंसा

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वाहन चालकों को साफ सुथरा भोजन मिले और आरामदायक ठहराव का स्थान होना चाहिए ताकि वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके – विज

हरियाणा के सभी बस अड्डों में यात्रियों को साफ सुथरा खाने पीने का सामान उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए – विज

हरियाणा में डायल 112 की सुविधा की गाड़ियों में स्टेचर ले जाने की भी सुविधा – विज

विज का ट्रांसपोर्टरों से आह्वान – हमें अपने आप से अनुशासन के कदम उठाने होंगे जिससे अच्छे नतीजे सामने आयेंगे

केंद्रीय मंत्रालय ने हरियाणा द्वारा रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग फैसिलिटी पर किए जा रहे कार्य के क्रियान्वयन की तारीफ की

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नई दिल्ली, 7 जनवरी – देश की परिवहन प्रणाली और वाहन दुर्घटनाओं में मानव त्रुटि (ह्यूमन एरर) को कम करने के लिए हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज के सुझाव की आज केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने प्रशंसा की और कहा कि अनिल विज के सुझाव का वे स्वागत करते है और इस दिशा में वाहन दुर्घटनाओं में मानव त्रुटि को कम करने के साथ साथ यात्रियों और वाहन चालकों की सुविधा के लिए विभिन्न कदम केंद्रीय मंत्रालय उठाने जा रहा है।

श्री विज ने आज नई दिल्ली में भारत मंडपम में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के परिवहन मंत्रियों की बैठक और परिवहन विकास परिषद की 42वी बैठक के दौरान हरियाणा की ओर से सुझाव दिया। इस बैठक में हरियाणा परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अशोक खेमका भी उपस्थित रहे।

वाहन चालकों को साफ सुथरा भोजन मिले और आरामदायक ठहराव का स्थान होना चाहिए ताकि वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके – विज

सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के परिवहन मंत्रियों की बैठक के दौरान श्री अनिल विज ने कहा कि मानव त्रुटि के कारण हमारे देश में 80 प्रतिशत दुर्घटनाएं होती है और हमें ऐसी प्रणाली विकसित करनी चाहिए जिससे मानव त्रुटि कम से कम हो और जानमाल का नुकसान कम हो। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों को शुद्ध और साफ सुथरा भोजन मिले और आरामदायक ठहराव का स्थान होना चाहिए ताकि अनरेस्ट (आरामदायक न होने से) होने वाली वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।

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हरियाणा के सभी बस अड्डों में यात्रियों को साफ सुथरा खाने पीने का सामान उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए – विज

श्री विज ने कहा कि जब से वे परिवहन मंत्री बने है तब से उन्होंने हरियाणा के सभी बस अड्डों में यात्रियों को साफ सुथरा खाने पीने का सामान उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि हमने हरियाणा टूरिज्म से इस संबंध में जुड़ने के लिए कहा है ताकि यात्रियों और वाहन चालकों को सही और स्वच्छ खाने पीने की चीजें मिले। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से रेलवे में खाने पीने का सामान मिलता है उसी प्रकार से वाहन चालकों को मिलना चाहिए और इस बारे में अध्ययन होना चाहिए। इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि वाहन चालकों और यात्रियों के लिए फ्रूट्स इत्यादि की भी सुविधा दी जा सकती है।

हरियाणा में डायल 112 की सुविधा की गाड़ियों में स्टेचर ले जाने की भी सुविधा – विज

श्री अनिल विज के सुझाव का स्वागत करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम आपके सुझाव के साथ साथ यात्रियों विशेषतौर पर महिलाओं के लिए शौचालय व्यवस्था पर जोर देने वाले हैं और एक योजना लाने वाले है ताकि महिलाओं को साफ सुथरा टॉयलेट भी मिल सके। श्री विज ने बैठक के दौरान बताया कि हरियाणा में वाहन दुर्घटना होने पर डायल 112 की सुविधा की गाड़ियों में स्टेचर ले जाने की भी सुविधा है ताकि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तुरंत उपचार मिल सके।

विज का ट्रांसपोर्टरों से आह्वान – हमें अपने आप से अनुशासन के कदम उठाने होंगे जिससे अच्छे नतीजे सामने आयेंगे

उन्होंने आज की बैठक में देश की ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को आह्वान करते हुए कहा कि ये सही है कि दिन में, रात में, धूप में, सर्दी में, गर्मी में यानी हर मौसम में ट्रांसपोर्ट के लोग काम करते है और ट्रांसपोर्ट क्षेत्र का देश की अर्थ व्यवस्था में अहम योगदान है लेकिन ट्रांसपोर्ट क्षेत्र को अनुशासन में लाना हम सबकी सांझी जिम्मेदारी है। इसलिए ट्रांसपोर्टरों को अपने ड्राइवर और क्लीनर्स के कार्य के घंटों, ओवर लोडिंग, ओवर साइजिंग, आदि को देखना होगा क्योंकि इन सब चीजों से भ्रष्टाचार का जन्म होता है। उन्होंने कहा कि हमें भ्रष्टाचार मुक्त समाज को आगे लेकर जाना होगा और ये ट्रांसपोर्टरों की भागीदारी के बिना मुमकिन नहीं होगा।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि वे जयपुर गए थे और मार्किट में एक भी स्टूल बाहर नहीं रखा हुआ था तो पता चला कि ये निर्णय मार्किट एसोसिएशन ने लिया है जिससे सभी को लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अपने आप से अनुशासन के कदम उठाने होंगे और कुछ नियम और कायदे कानून बनाने होंगे जिससे अच्छे नतीजे सामने आयेंगे।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने हरियाणा द्वारा रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग फैसिलिटी पर किए जा रहे कार्य के क्रियान्वयन की तारीफ की

इसी तरह, आज की बैठक में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने हरियाणा द्वारा रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग फैसिलिटी पर किए जा रहे कार्य के क्रियान्वयन की भी तारीफ की कि हरियाणा द्वारा इस संबंध बेहतर कार्य किया जा रहा है।

कोरोना जैसे HMPV वायरस के केस बढ़कर 8 हो गए हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर में 2 केस सामने आए। यहां एक 13 साल की लड़की और एक 7 साल का लड़का संक्रमित मिला है।

दोनों ही बच्चों को लगातार सर्दी-बुखार था। इसके बाद प्राइवेट लैब की जांच में दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि इन्हें अस्पताल में भर्ती नही करना पड़ा। इलाज के बाद उनकी स्थिति कंट्रोल में है।

इससे एक दिन पहले कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और गुजरात में एक-एक केस मिलाकर वायरस के कुल 6 मामले सामने आए थे। सभी पीड़ित बच्चे हैं।
चीन में खतरा बन चुके एचएमपीवी वायरस की भारत में एंट्री हो चुकी है। देश में में सोमवार को ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण के सात मामले सामने आए। इनमें से बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में दो-दो और अहमदाबाद में एक मामला है। हालांकि, केंद्र सरकार का कहना है कि इस वायरस से अभी किसी तरह के खतरे की बात नहीं है। यह कोविड-19 के लिए सही था, और यह HMPV के लिए भी सही है। लेकिन कोविड-19 के विपरीत, HMPV लंबे समय से मौजूद है। साथ ही इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह भारत में पहले की तुलना में अधिक तेजी से फैल रहा है। इस वायरस से डरिए नही एहतियात बरतिए और छोटे बच्चों का खास तौर पर ख्याल रखें और जिन बच्चों को दो से तीन दिन खांसी जुखाम और तेज बुखार हो उनका ख्याल रखा जाए।

हरियाणा में रविवार सुबह भूकंप में झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र सोनीपत रहा। सुबह 3.58 बजे जमीन से 10 किलोमीटर अंदर हलचल हुई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.0 रही। सबसे अच्छी बात यह है कि किसी तरह के हादसे की कोई सूचना नहीं है। अधिकतर लोग उस दौरान सोए हुए थे।

इससे पहले 25 और 26 दिसंबर 2024 को भी हरियाणा में लगातार 2 दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 25 दिसंबर को दोपहर को 12 बजकर 28 मिनट 31 सेकेंड पर भूकंप आया था। इसका सेंटर सोनीपत में खरखौदा के पास कुंडल गांव में 5 किलोमीटर गहराई में रहा।

इससे रोहतक, सोनीपत, पानीपत, झज्जर और गुरुग्राम में तेज झटके महसूस किए गए थे। भूकंप के झटके लगते ही लोग घरों से बाहर निकल आए। इस भूकंप की तीव्रता 3.5 रही।

26 दिसंबर को सुबह 9 बजकर 42 मिनट 3 सेकेंड पर भूकंप आया। भूकंप का केंद्र सोनीपत के प्रहलादपुर किडोली में स्टेडियम के नजदीक रहा। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.6 रही। भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर 10 किलोमीटर की गहराई में था।

हरियाणा में लगातार धुंध् का कहर जारी है कई दिनों से दोपहर को भी घनी धुंध छाई हुई है। चंडीगढ़ पंचकुला अम्बाला यमुनानगर कुरुक्ष्ेत्र करनाल हिसार, पानीपत, रोहतक, फरीदाबाद, झज्जर, सोनीपत, जींद, पलवल, नूंह और महेंद्रगढ़ समेत कई शहर धुंध की चपेट में हैं। विजिबिलिटी 5 से 10 मीटर है।

घनी धुंध से सड़कों पर ड्राइविंग रिस्की हो गई है। लाइट जलाकर गाड़ियां चलानी पड़ रही हैं। इसके साथ शीतलहर का भी असर पुरे उत्तर भारत में देखने को मिल रहा है ।

उधर, पंजाब में धुंध के कारण विजिबिलिटी जीरो है। रात 10 बजे के बाद से अमृतसर एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स लैंड नहीं हुई। कई जगह से आने वाली फ्लाइट को रात 10 बजे दिल्ली डायवर्ट करना पड़ा। मुंबई, दिल्ली और पुणे से आने वाली फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ीं।


मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा की ठंड ने हिमाचल को भी पीछे छोड़ दिया है। अम्बाला व आस पास में कुफरी जैसी ठंड है। अम्बाला का दिन का तामपान 13.0 डिग्री रहा जबकि कुफरी का तापमान 13.2 डिग्री है। इसी तरह प्रदेश के 9 शहर ऐसे हैं जो मनाली से भी ज्यादा ठंडे हैं इनमें करनाल, नारनौल, रोहतक, गुरुग्राम, जींद, कुरुक्षेत्र, पानीपत और सोनीपत जैसे जिले शामिल हैं।

इसके अलावा शिमला जैसी ठंड पूरे हरियाणा में ही देखी जा सकती है। शिमला का तापमान 17.2 डिग्री रहा, जबकि हरियाणा के ज्यादातर शहरों का तापमान 15 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में अभी ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है।
अम्बाला करनाल, हिसार सहित हरियाणा के 10 शहरों में कोल्ड डे
मौसम विभाग की ओर से नई एडवाजरी जारी की गई है। इसमें 10 शहरों में आज कोल्ड डे की चेतावनी दी गई है। इन शहरों में सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, भिवानी, जींद, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत शामिल हैं।

सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, भिवानी, जींद में हल्की धूप से थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत में कोल्ड डे का अटैक पूरा दिन रहेगा। इसके अलावा भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी और झज्जर में कोहरा रात के समय परेशानी का कारण बन सकता है।

पहाड़ों पर बर्फबारी से ठंडे हुए मैदान
पहाड़ों पर हो रही लगातार बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों पर ज्यादा दिख रहा है। उत्तर-पश्चिमी सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। सुबह के समय कोहरा छाने और ठंडी हवाएं चलने से रात का तापमान तेजी से नीचे आ रहा है प्रदेश में हिसार में न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री तक पहुंच गया।

बुजुर्गों के लिए विशेष सावधानी

प्रोफेसर डॉ. विजय वर्गीय ने कहा कि बुजुर्गों को हार्ट अटैक से बचने के लिए खास सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें दिन में टहलने, गर्म कपड़े पहनने और ब्लड प्रेशर व वजन की नियमित निगरानी की सलाह दी गई है। डॉक्टरों ने कहा कि अपनी दवाएं नियमित रूप से लें और डॉक्टर की सलाह से ब्लड टेस्ट करवाएं ताकि किसी भी बदलाव का पता लगाया जा सके।

पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओमप्रकाश चौटाला की श्रद्धांजलि सभा में उमड़ा जनसमूह

श्रद्धांजलि देने आए राजनेताओं ने अभय सिंह चौटाला को स्वर्गीय चौ. ओमप्रकाश चौटाला की विरासत को आगे बढ़ाने की शुभकामनाएं दी वहीं खाप प्रतिनिधियों एवं सर्वधर्म की पूजा करने आए धर्म गुरुओं ने भी अभय सिंह चौटाला को स्वर्गीय चौ. ओमप्रकाश चौटाला की विरासत सम्भालने और उनकी नीतियों को आगे बढ़ाने का दिया आशीर्वाद

चौ. ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, नड्डा व सैनी ने जताया शोक

ग्रामीण विकास को लेकर चौटाला ने उठाए ऐतिहासिक कदम: मुर्मू

चौटाला एक अनुभवी राजनेता, कुशल प्रशासक थे: मोदी

संघर्षमय रहा पूर्व मुख्यमंत्री चौटाला का जीवन: बंडारु दत्तात्रेय

चौटाला के निधन से राजनीति में एक युग का हुआ अंत: नड्डा

सिरसा, 31 दिसंबर। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओमप्रकाश चौटाला की आत्मिक शांति के लिए गांव चौटाला के चौ. साहिबराम स्टेडियम में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान सर्वधर्म सभा में मंत्रोच्चारण हुआ। तलवंडी साबो के दमदमा साहिब से आए जत्थेदार जगतार सिंह ने चौटाला के बेटे अभय चौटाला को सिरोपा भेंट किया। मुस्लिम समुदाय से अब्दुल रशिद खान ने श्रद्धासुमन अॢपत किए। इस दौरान श्रद्धांजलि देने आए राजनेताओं ने अभय सिंह चौटाला को स्वर्गीय चौ. ओमप्रकाश चौटाला की विरासत को आगे बढ़ाने की शुभकामनाएं दी वहीं खाप प्रतिनिधियों एवं सर्वधर्म की पूजा करने आए धर्म गुरुओं ने भी अभय सिंह चौटाला को स्वर्गीय चौ. ओमप्रकाश चौटाला की विरासत सम्भालने और उनकी नीतियों को आगे बढ़ाने का आशीर्वाद दिया।खास बात यह है कि श्रद्धांजलि सभा में महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पंजाब के राज्यपाल ने अपने शोक संदेश भेजे। श्रद्धांजलि सभा में हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय, केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, पंजाब के पूर्व मंत्री मनप्रीत बादल व राकेश टिकैत सहित देशभर के अलग-अलग हिस्सों से राजनेता, समाजसेवी, उद्योगपति एवं विभिन्न संगठनों व संस्थाओं के हजारों पदाधिकारी पहुंचे और पूर्व मुख्यमंत्री को अपने श्रद्धासुमन अॢपत किए।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने संप्रेषित किए अपने शोक संदेश में कहा कि चौटाला का निधन एक अपूर्णीय क्षति है। वे एक प्रभावशाली नेता थे और पांच बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। प्रदेश व समाज की सेवा की और खासकर के ग्रामीण विकास को लेकर कदम उठाए। मुर्मू ने कहा कि चौटाला की भाषण शैली सरल थी और जमीन से जुड़ी हुई होती थी। अभय चौटाला के नाम भेजे गए शोक संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चौटाला एक अनुभवी राजनेता, कुशल प्रशासक थे। विभिन्न दायित्यों का निर्वहन उन्होंने गंभीरता से किया। चौ. देवीलाल के कार्र्यों को आगे बढ़ाने का काम किया। मोदी ने कहा कि चौटाला ने ग्रामीणों व वंचितों की बेहतरी के लिए किए गए उनके प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा।


इस दौरान  हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर श्रद्धासुमन अॢपत करते हुए उन्हें एक महान व्यक्ति की संज्ञा दी। बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि चौटाला पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। उनका पूरा जीवन संघर्षमय रहा। हरियाण की प्रगति विशेषकर ग्रामीण विकास को लेकर उन्होंने सदैव प्रयास जारी रखे। बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि साल 1999 में वे वाजपेयी सरकार में शहरी विकास मंत्री थे और उस दौरान चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री थे। चौटाला ने राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व हिमाचल प्रदेश राज्यों की एक बैठक में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विकास को लेकर हरियाणा की पैरवी जोरदार तरीके से की। राज्यपाल ने कहा कि चौटाला के निधन से एक रोज पहले ही उनके बेटे अभय चौटाला उनसे मिलने आए थे। तब उन्होंने चौटाला के स्वास्थ्य के बारे में पूछा था। अगले दिन ही उनके निधन की दुखदायी खब आई। उनका स्वभाव बहुत ही अच्छा था और उनका संघर्ष, परिश्रम हमें सदैव प्ररेणा देता रहेगा। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहाा कि राजनीति के क्षेत्र में एक युग का अंत हो गया है। नड्डा ने कहा कि उन्हें भी चौटाला के साथ काम करने का अवसर मिला। वे जिंदादिल इंसान थे। जिंदादिली की बात इसलिए कहता हूं कि बेबाक होकर लोगों के हकों की आवाज को उठाते थे। वंचितों, दलितों व गरीबों की हमेशा आवाज बने। हरियाणा के विकास में उन्होंने पूरा योगदान दिया और हरियाणा को विकसित राज्य बनाने में उनकी अहम भूमिका भी रही। युवाओं के प्रिय एवं सभी वर्गों के हित में उन्होंने कदम उठाए। नड्डा ने कहाा कि ऐसे बहुआयामी व्यक्ति का जाना परिवार का विषय नहीं है, बल्कि सामाजिक क्षति है।
हरियाणा के विकास को नई दिशा देने का कार्य उनकी देखरेख में हुआ:  मुख्यमंत्री

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हरियाणा के विकास को नई दिशा देने का कार्य उनकी देखरेख में हुआ। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी आज जिला सिरसा के गांव चौटाला के चौधरी साहिब राम स्टेडियम में आयोजित पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी ओम प्रकाश चौटाला की श्रद्धांजलि सभा में दिवंगत आत्मा को श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री चौटाला का जीवन संघर्ष का प्रतीक रहा है। उनके मार्गदर्शन में हरियाणा को विकास के क्षेत्र में नई दिशा मिली।  ऐसे महान व्यक्तित्व चौधरी ओम प्रकाश चौटाला अपना एक गौरवशाली जीवन व्यतीत करके हम सबको एक दिशा देकर गए हैं।  ऐसी  दिवंगत आत्मा से हमें प्रेरणा मिलती है, जिन्होंने समाज और प्रदेश के हित में अपना जीवन समर्पित किया। जब भी समाज के हित की बात आई श्री चौटाला ने हमेशा आगे बढक़र योगदान दिया और लोगों तक लाभ पहुंचाने का कार्य किया।  मुख्यमंत्री ने परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करी कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिवार को ये दु:ख सहने का साहस प्रदान करें।
पार्टी एवं परिवार में पैदा हुए शुन्य को भरना असंभव: अभय चौटाला
इनैलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि  आज हम सभी हमारे महान नेता, जुझारू संघर्षशील, मेहनती लीडर, जुबान के धनी, कुशल प्रशासक और गरीब करमेरे, किसान, दलित, पिछडे व छोटे व्यापारियों के मसीहा चौधरी ओम प्रकाश चौटाला – जो को शोकेसथीं में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्रित हुए है । इस शोकसभा मे हरियाणा,. – पंजाब, हिमाचल, चंडीगढ, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व अन्य प्रदेशों और विदेशों से आए चौटाला परिवार के. प्रशंसकों, शुभचिंतकों व दोस्तों और रिश्तेदारों का आज यहां आने और चौटाला साहब को श्रद्धांजलि देने व इस दुख की हड्डी में हमारा ढांढस बंधारे के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं। अभय चौटाला ने कहा कि उनके जाने से परिवार पाटी और राजनीति  में  जो शून्य पैदा हुआ है। उसकी भरपाई असंभव  पार्टी के र्कांकर्ताओं के प्रति उनका समेह, आम आदभी के हितों के प्रति उनकी चिंता, पार्टी के प्रति उनका समर्पण और देश- प्रदेश की प्रगति को लेकर उनका नजरिया किसी से छिपा नहीं है। अपने आखरी क्षणों तक वो किसान- मजदूर और गांव में बसने वाले लोगों केी वो चिंता करते रहे। अक्सर डस उम्र में आकर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य की चिंता करता है लेकिन चौटाला साहब को सबसे बडी तकलीफ यह थी कि वो लोगों को गाँव जाजा कर उनसे नहीं मिल पा रहे थे। जरा-सा स्वास्थ्य से सुधार होते ही वह या तो किसी कार्यकर्ता के यहां विवाह समारोह में शिरकत करने चले जाते या फिर किसी दुखियारे का दुख बाॉटने उसक घर पहुँच जाते । अभय चौटाला ने कहा कि उनकी कार्यशैली ने हरियाणा के विकास की वह गाथा लिखी जो आज तक कोई न लिख सका । वे इकलौते ऐसे  मुख्यमंत्री रहे जिन्होंने कभी घाटे का बजट प्रस्तुत नहीं किया। उनके समय में हरियाणा की अर्थव्यवस्था अपने शिखर पर थी और ब्यूरोकेसी पूरी तरह कर्मठ और अनुशासित उनका जीवन आर कायेप्रणालो दोनों ही अपने आप में मिसाल हैं। उनकी नेतृत्व एक आदर्श थी । हरियाणा के कोने- कोने में उन्होंने जों विकास किया क्षमता आदालन किये सघषे के बिगुल बजाये, उस सबका परिणाम आपने अपनी आंखों से देखा कि हरियाणा तीव्र गति से उन्नति की राह पर अग्रसर हुआ

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को राजधानी में पुजारी-ग्रंथी योजना लॉन्च की। केजरीवाल ने कश्मीरी गेट के मरघट वाले बाबा के मंदिर में पत्नी के साथ दर्शन किए और वहां के पुजारी का पहला रजिस्ट्रेशन कराया। योजना के तहत पुजारियों-ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपए सैलरी देने का वादा किया गया है।

भाजपा ने X पर पोस्ट कर अरविंद केजरीवाल को चुनावी हिंदू बताया है। भाजपा ने लिखा- जो 10 साल से इमामों को सैलरी बांटता रहा। जो खुद और उनकी नानी प्रभु श्रीराम का मंदिर बनने से खुश नहीं थे। जिसने मंदिर और गुरुद्वारों के बाहर शराब के ठेके खोले। जिसकी पूरी राजनीति हिंदू विरोधी रही, उसे अब चुनाव आते ही पुजारियों और ग्रंथियों की याद आई?

इसके बाद AAP ने भी X पर पोस्टर जारी कर भाजपा को चैलेंज किया। पार्टी ने लिखा- भाजपा में हिम्मत है तो अपने शासन वाले 20 राज्यों में पुजारियों-ग्रंथियों को 18 हजार रुपए की सम्मान राशि दे। केजरीवाल ने कहा कि भक्त को भगवान से मिलने से कोई नहीं रोक सकता है।
भाजपा बोली- AAP की घोषणा हवा-हवाई
भाजपा के प्रवक्ता अमित मालवीय ने केजरीवाल के पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना को लेकर कहा था कि महाठग अरविंद केजरीवाल ने 10 साल बाद मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथियों को ठगने के लिए नई योजना की घोषणा की है। लेकिन दिल्ली में कितने पुजारी और ग्रंथी हैं, उन्हें इसका पता तक नहीं है। चुनाव से पहले झूठे वादों की झड़ी लगा दी गई है।

अमित मालवीय ने कहा- पिछले 17 महीनों से इमामों को तनख्वाह भी नहीं दी गई है, और वे लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली वाले जानते हैं कि हिंदू विरोधी आप की यह घोषणा भी केवल हवा-हवाई है।

इमामों का आरोप- 17 महीने से सैलरी नहीं मिली
दिल्ली वक्फ बोर्ड के इमामों ने 30 दिसंबर को केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया था। इमामों का आरोप है कि उन्हें 17 महीने से सैलरी नहीं मिली है। ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के चेयरमैन साजिद रशीदी ने कहा कि वेतन में देरी को लेकर पिछले 6 महीनों से CM, LG समेत अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।

स्टेडियम में वाटर प्रूफ बड़ा पंडाल भी लगाया जा रहा है

श्रद्धांजलि देने के लिए आने वाले लोगों के लिए जरूरत की चीजों का भी किया जा रहा है पूरा इंतजाम

चंडीगढ़, 29 दिसंबर। हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय चौ ओमप्रकाश चौटाला जी के निधन से जन संघर्ष और किसान, कमेरे की आवाज के एक युग का अंत हो गया है। राजनीति के जगत में यह रिक्तता कभी पूर्ण नहीं की जा सकेगी। स्वर्गीय चौ ओमप्रकाश चौटाला ने अपने जीवन को किसान, कमेरे और आम लोगों को समर्पित किया और सदैव उनके हकों के लिए लड़ते रहे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी दुर्भावना से काम नहीं किया। जब वो मुख्यमंत्री रहे तो सिर्फ काबिल अफसरों को काम करने का मौका देते रहे। उसका नतीजा यह रहा कि 2005 में जब उन्होंने सत्ता छोड़ी तो हरियाणा प्रदेश पहली बार राजस्व में सरप्लस राज्य बना और सरकारी खजाने में ढाई हजार करोड़ रूपए छोड़ कर गए थे। मुख्यमंत्री रहते उन्होंने अनेकों विकास कार्यों की शुरूआत की आम लोगों के काम हो सकें इसके लिए सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत जनता दरबार लगाए और लोगों की समस्याओं का मौके पर ही निपटारा किया। यहां तक की गुरूग्राम जो आज प्रदेश का सबसे ज्यादा रेवेन्यू देता है इसकी नींव भी स्वर्गीय चौ ओमप्रकाश चौटाला ने रखी थी जो उनकी दूरदर्शी सोच दर्शाती है।
31 दिसंबर को चौटाला गांव के चौ साहिब राम स्टेडियम में स्वर्गीय चौ ओमप्रकाश चौटाला की पुण्य आत्मा की शांति के लिए विशाल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। इस श्रद्धांजलि सभा में देश और प्रदेश से हजारों की संख्या में लोग आएंगे। देश और प्रदेश मशहूर हस्तियां, वरिष्ठ राजनेता और लाखों लोग आएंगे। श्रद्धांजलि सभा के लिए चौ साहिब राम स्टेडियम में तैयारियां चल रही हैं। स्टेडियम में वाटर प्रूफ बड़ा पंडाल भी लगाया जा रहा है। श्रद्धांजलि देने के लिए आने वाले लोगों के लिए जरूरत की चीजों का भी पूरा इंतजाम किया जा रहा है। इस स्टेडियम में एक ही समय में लगभग दस हजार लोग इक्ट्ठा हो सकते हैं।

पत्नी-बेटी ने श्रद्धांजलि दी,

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनकी पार्थिव देह निगमबोध घाट पहुंची।

मनमोहन की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया था। कांग्रेस मुख्यालय पर डॉ. सिंह की पत्नी गुरशरण कौर और बेटी दमन सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी, सोनिया और प्रियंका के अलावा अन्य कांग्रेस नेताओं ने मनमोहन के अंतिम दर्शन किए।

इसके बाद पार्थिव देह को निगमबोध घाट ले जाया जा रहा है। राहुल गांधी पार्थिव देह के साथ गाड़ी में ही बैठे हैं। यहां 11:35 बजे उनकी अंत्येष्टि की जाएगी। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे।

निगमबोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है। केसी वेणुगोपाल ने कहा- सरकार पूर्व पीएम का स्मारक बनाने के लिए जमीन तक नहीं तलाश पाई। ये देश के पहले सिख पीएम का अपमान है।

दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी-शाह से मांग की थी कि मनमोहन सिंह का जहां अंतिम संस्कार हो, वहीं स्मारक बनाया जाए। हालांकि, गृह मंत्रालय ने देर रात बताया कि स्मारक की सही जगह तय करने में कुछ दिन लग सकते हैं।

डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।
देश के पहले सिख पीएम, सबसे लंबे समय इस पद पर रहने वाले चौथे नेता
मनमोहन सिंह, 2004 में देश के 14वें प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने मई 2014 तक इस पद पर दो कार्यकाल पूरे किए थे। वे देश के पहले सिख और सबसे लंबे समय तक रहने वाले चौथे प्रधानमंत्री थे।

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में गुरुवार रात निधन हो गया। उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) लाया गया था। वे घर पर बेहोश हो गए थे।

हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। वे लंबे समय से बीमार थे। वे 2004 में देश के 13वें प्रधानमंत्री बने और मई 2014 तक इस पद पर दो टर्म रहे। वे देश के पहले सिख और चौथे सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे।

केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। साथ ही कल के सभी कार्यक्रम कैंसिल कर दिए गए हैं। डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम * संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बेलगावी से दिल्ली रवाना हो गए हैं। वे देर रात दिल्ली पहुंचेंगे। मनमोहन सिंह के निधन पर राहुल ने लिखा- मैंने अपना मार्गदर्शक और गुरु खो दिया है। इस बीच, कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) मीटिंग रद्द कर दी गई है।

डॉ. मनमोहन सिंह के 5 ऐतिहासिक काम

जून 1991: वैश्वीकरण और उदारीकरण

जून 2005: सूचना का अधिकार

सितंबर 2005: रोजगार गारंटी योजना

जनवरी 2009: पहचान के लिए आधार कार्ड

मार्च 2006: अमेरिका से न्यूक्लियर डील.

मनमोहन सिंह RBI के गवर्नर थे फिर 10 साल देश के पीएम रहे

मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब के गाह (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उनके पिता का नाम गुरुमुख सिंह और मां का नाम अमृत कौर था।

देश के विभाजन के बाद उनका परिवार भारत चला आया। यहां पंजाब विश्वविद्यालय से उन्होंने ग्रेजुऐशन और PG पूरा किया। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से Ph.D और ऑक्सफोर्ड से डी. फिल भी की।

मनमोहन सिंह पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर रहे। 1966-1969 के दौरान संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के लिए आर्थिक मामलों के अधिकारी के रूप में चुने गए थे।

1971 में मनमोहन को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया गया। 1972 में उन्हें वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया।

इसके बाद वे योजना आयोग के उपाध्यक्ष, 1982 से 1985 तक रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान (UGC) आयोग के अध्यक्ष भी रहे।

1991 में असम से राज्यसभा सदस्य चुने गए। इसके बाद वह साल 1995, 2001, 2007 और 2013 में फिर राज्यसभा सदस्य रहे।

मनमोहन का पार्थिव शरीर थोड़ी देर में घर लाया जाएगा

मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को थोड़ी देर में उनके आवास पर लाया जाएगा। एम्स में इसकी तैयारी चल रही है। इस बीच डॉक्टर मनमोहन सिंह के आवास को जोड़ने वाली जनपथ सड़क के दोनों छोर पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है।

कांग्रेस के सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द, पार्टी का झंडा झुका रहेगा

केसी वेणुगोपाल ने लिखा है, ‘दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के सम्मान में स्थापना दिवस समारोह समेत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी आधिकारिक कार्यक्रम अगले 7 दिनों के लिए रद्द कर दिए गए हैं। इसमें सभी आंदोलन और आउटरीच कार्यक्रम शामिल हैं। पार्टी के कार्यक्रम 3 जनवरी 2025 को फिर से शुरू होंगे। शोक की इस अवधि के दौरान पार्टी का झंडा आधा झुका

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के निधन पर जताया दुख

पंजाब के एक साधारण से गांव से भारत के अर्थशास्त्री और प्रधानमंत्री बनने का सफर आपके समर्पण को दर्शाता है- मुख्यमंत्री

आपकी सादगी और विद्वता के लिए आपको हमेशा याद किया जाएगा,आपका योगदान देश के विकास में सदैव अविस्मरणीय रहेगा- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी

ईश्वर से प्रार्थना कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और प्रियजनों को इस कठिन समय में संबल दें- मुख्यमंत्री

कजाकिस्तान में हुए प्लेन क्रैश की रही, जिसमें 38 पैसेंजर्स मारे गए। एक खबर केजरीवाल पर धोखाधड़ी और जालसाजी के केस की रही, कांग्रेस ने केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली के पार्लियामेंट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।

कल की बड़ी खबर के साथ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर…

1. कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग होगी। इसे ‘नवसत्याग्रह’ नाम दिया गया है।

2. राष्ट्रपति मुर्मू 14 राज्यों के 17 बच्चों को बाल पुरस्कार देंगी। ये पुरस्कार पहली बार गणतंत्र दिवस की बजाय 26 दिसंबर को दिए जाएंगे।

3. भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर * ट्रॉफी का चौथा टेस्ट मेलबर्न स्टेडियम में शुरू होगा। 5 मैच की टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा था।


अम्बाला, 25 दिसम्बर-  
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि 25 दिसम्बर का दिन सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन भारत के महान सुपूत व भूतपूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपयी जी का जन्म हुआ था। जिन्होंने अपना पूरा जीवन मां भारती की सेवा में समर्पित किया। सांसद कार्तिकेय शर्मा पंचायत भवन अम्बाला शहर में सुशासन दिवस पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को बतौर मुख्यअतिथि सम्बोधित कर रहें थे। इससे पूर्व उन्होंने स्व. अटल बिहारी वाजपयी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। गौरतलब है कि सुशासन दिवस पर प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन गुरूग्राम में किया गया था, जहां से मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेशवासियों को संदेश दिया। सीएम के संदेश को एलईडी स्क्र ीन के माध्यम से यहां देखा व सुना गया।
सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि स्व. श्री अटल बिहारी वाजपयी जी ने न सिर्फ देश भक्ति के आदर्श स्थापित किए बल्कि वास्तविक रूप में विकसित भारत की नींव रखने का काम भी किया। उनके लिए सुशासन का मतलब था अच्छी बुनियादी शिक्षा हो। आज के बच्चें कल के जिम्मेदार नागरिक बने। उनके कार्यकाल में सर्वशिक्षा अभियान की शुरूआत हुई, और सफल भी रही। उनका सुशासन से मतलब था कि गांव व वहां रहने वाले लोंगों की तरक्की हो। उन्होंने हमारे सामने एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया कि सुशासन किस तरीके से होना चाहिए उसकी राह दिखाई। हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक नई ईबारत शुरू की, जहां प्रधानमंत्री जी अपने आप को प्रधानसेवक के रूप मे रखते है और जनहित के लिए कार्य करते है। उनके कार्यकाल के अंदर जो विकास के कार्य हुए, जिस विजन को लेकर वो आगे बढ़े, जिस तरीके से उन्होंने बुनियादी ढांचे पर काम करने का कार्य किया उससे देश विकास की ओर आगे बढ़ा है। आज ही के दिन प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना शुरू हुई थी, इस योजना का मुख्य उद््देश्य कि प्रत्येक गांव को कैसे सडक़ों के  माध्यम से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि आज स्व. मदन मोहन मालवीय जी की भी जयन्ती है। उन्होंने उन्हें नमन करते हुए कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपयी जी व स्व. मदन मोहन मालवीय जी का भी यही कहना था कि हमारा देश गांवों मे बसता है और जब तक गांव की प्रगति नही होगी व उनकी कनेक्टीविटी नही होगी तब तक हमारा देश प्रगति नही कर सकता। उन्होंने कहा कि अंत्योदय की सोच है कि पंक्ति मे बैठे अन्तिम जरूरतमंद व्यक्ति की चिंता करते हुए उसको मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाते हुए आगे बढे, जो सरकार का मूलमंत्र भी है। इस डबल इंजन की सरकार ने वंचित वर्ग के अधिकारों की बात हो या अन्य सभी वर्गो के विकास करने की बात हो उस पर कार्य किए है और आगे भी निरंतर कार्य किए जा रहे है। प्रधानमंत्री उजव्वला योजना के तहत करोड़ो लाभार्थियो को गैस कनेक्शन को देने का काम किया गया है।

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि भारत रत्न भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपयी जी की जीवनी और उनके आदर्शो एवं कार्यो से युवा पीढी को अवगत करवाएं, जिससे की युवा पीढी यह जान सकें कि स्व. श्री अटल बिहारी वाजपयी का देश के विकास में क्या योगदान रहा है और सुशासन को लेकर उन्होंने क्या-क्या कदम उठाए थे। किन आदर्शो का हमें पालन व अनुसरण करना चाहिए यह ज्ञान युवा पीढी को होना चाहिए।
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने बिना पर्ची बिना खर्ची के युवाओं को नौकरी देने का काम किया हैं। स्व. श्री अटल बिहारी जी के पदचिन्हों पर चलते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पिछले 10 सालों में देश की दशा और दिशा बदलने का काम किया हैं और वे एक प्रधान सेवक के रूप में काम कर रहें हैं। पीएम मोदी वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का काम कर रहें है। इसी बात का ध्यान रखते हुए हरियाणा में भी पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल व मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा एक समान विकास के कार्य करवाने के साथ-साथ जन कल्याण के अनेकों कार्य एवं योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होनें पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार द्वारा किसानों के साथ-साथ सभी वर्गो के कल्याण का काम किया है। उन्होनें कहा कि हरियाणा 24 फसलों पर एमएसपी पर खरीद करने वाला पहला राज्य बन गया हैं। जिसके लिए अधिसूचना भी जारी कर दी गई हैं।


उन्होंने कहा कि एक समय था जब एक भूतपूर्व प्रधानमंत्री कहा करते थे कि मैं एक रूपया दिल्ली से भेजता हूं तो उसके 15 पैसे ही लाभार्थी तक पहुंचते थे, इस व्यवस्था को पूर्ण रूप से बदलने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया हैं। इस दिशा पर काम करते हुए सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत लगभग 2 लाख 30 हजार करोड़ रूपए की राशि से जनधन योजना के तहत लोगों के बैंक अकांउट खेले गए है और इन बैंक अकांउट के तहत लगभग 35 करोड़ लोगों को रूपे कार्ड मिले हैं। इसके द्वारा सरकार की विभिन्न परियोजनाओं का लाभ लाभार्थी तक सीधा उनके बैंक खातों में पहुंचता हैं, जोकि सरकार द्वारा लोगों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार जो भी स्कीम लेकर आती है, लोगों के लिए उस पर सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के मंत्र पर चलने का काम करती हैं। इसलिए अपने ढांचे, अपनी व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना और संगठित करना हमारा सबसे बड़ा दायित्व है।
उन्होंने कहा कि प्रधानंमत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र व मुख्यमत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार में सभी वर्गाे के लोगों के विकास के लिए कार्य कर रही हैं और सबको साथ लेकर चलती हैं। जो सपना स्व. श्री अटल बिहारी वाजपयी जी ने देखा था उसको दशा-दिशा देने का काम भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया हैं। बात करें चाहे सीएए की या धारा 370 को निरस्त करने की, ये वो सब सपने है जिसकी आधारशिला भारत रत्न स्व. वाजपयी जी ने रखी थी, जिनको पूरा करने का काम श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। उन्होनें कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव लाने के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। स्कूली शिक्षा में सुधार, उच्च शिक्षा में परिवर्तन, समग्र विकास, तकनीक का समावेश आदि से देश की शिक्षा प्रणाली को नया रूप देने की पहल देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी द्वारा की गयी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसान परिवारों को आर्थिक सहायता दी जा रही है। म्हारा गांव जगमग गांव योजना के तहत 5,814 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति दी जा रही है। मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत आग, इमारत गिरने आदि से गैर-अंशधारी औद्योगिक और व्यावसायिक मजदूरों की मृत्यु पर वित्तीय सहायता दी जाती है। अंत्योदय, सरल केंद्रों और अटल सेवा केंद्रों के माध्यम से सेवाएं और योजनाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई हैं। मजदूरों के बच्चों को प्रोफेशनल कोचिंग के लिए 20,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया गया है।
उन्होनें कहा कि वर्ष 2014-15 में हरियाणा की के प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 37 हजार रूपए थी और अब यह बढक़र 2 लाख 96 हजार 685 रूपए हो गई हैं। हरियाणा अब ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे, द्वारका एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और दिल्ली अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे (जो हरियाणा से होकर गुजरेंगे) के साथ बुनियादी ढांचे में अग्रणी है। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2023-24 में रूपए 15,818 करोड़ के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के साथ, हरियाणा देश में सबसे अधिक फडीआई प्राप्त करने वाले राज्यों में 6वें पायदान पर हैं।


मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली सभी वर्गों की विधवाओं को उनकी बेटियों की शादी पर 51,000 रुपये का शगुन दिया जाता हैं। हाल ही में महिलाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बीमा सखी योजना की शुरुआत भी हरियाणा की धरती से की। उन्होंने कहा कि अम्बाला की बात करें तो अम्बाला शहर के रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण, अम्बाला छावनी में घरेलू एयरपोर्ट बनाने या अन्य विकास कार्यो को क्रियान्वित किया गया हैं।
मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने जिला स्तरीय सुशासन दिवस कार्यक्रम में अम्बाला छावनी के एसडीएम व प्रशासक नगर परिषद् सतिन्द्र सिवाच को सम्मानित किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा राज्य स्तरीय सुशासन दिवस कार्यक्रम जो गुरूग्राम में आयोजित था वहां भी अम्बाला छावनी नगर परिषद् को सराहनीय कार्य करने के लिए सम्मानित किया है। इसी कड़ी में जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा एसडीएम अम्बाला छावनी व प्रशासक नगर परिषद् सतिन्द्र सिवाच को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इसके साथ-साथ सुशासन को बढावा देने के लिए सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्विन, उनके नवाचारों व विशेष प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले जिला के विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ब्रहजीत सिंह ने मुख्यअतिथि सांसद कार्तिकेय शर्मा का कार्यक्रम में पहुंचने पर स्वागत करते हुए सुशासन दिवस पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला के सभी अधिकारी व कर्मचारी सुशासन को अपनाते हुए अपना कार्य करें और पंक्ति में खड़े अन्तिम व्यक्ति तक अंत्योदय की भावना के अनुरूप उन्हें योजनाओं का लाभ पहुंचाएं। इस अवसर पर भाजपा जिला प्रधान मनदीप राणा, सुशासन सह संयोजक मोहित शर्मा, भाजपा नेता संजय लाकड़ा, एएसपी सृष्टि गुप्ता, एसडीएम अम्बाला शहर दर्शन कुमार, एसडीएम अम्बाला छावनी सतिन्द्र सिवाच, नगराधीश पूजा कुमारी, सीईओ जिला परिषद् गगनदीप सिंह, आरटीए सुशील कुमार, एलडीएम पुनीत कुमार, कृषि विभाग के उपनिदेशक जसविन्द्र सिंह सैनी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा सहित अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

हरियाणा के ऊर्जा परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज सिरसा के तेजाखेड़ा फार्महाउस पर हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को अंतिम श्रद्धांजलि देते हुए

हरियाणा के 5 बार मुख्यमंत्री रहे ओपी चौटाला का अंतिम संस्कार आज शनिवार (21 दिसंबर) को राजकीय सम्मान के साथ सिरसा के तेजा खेड़ा गांव स्थित फार्म हाउस में दोपहर 3 बजे होगा। सुबह 8 बजे से उनकी पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए इसी फार्म हाउस में रखी गई है। जहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं। ​

चौटाला का शुक्रवार (20 दिसंबर) को दोपहर 12 बजे दिल का दौरा पड़ने से गुरुग्राम में निधन हुआ था। वे 89 साल के थे। इसके बाद उनकी पार्थिव देह को शुक्रवार रात को ही सिरसा स्थित उनके पैतृक गांव चौटाला स्थित फार्म हाउस में लाया गया था। हरियाणा सरकार ने उनके निधन पर 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।

पिता के निधन पर उनके छोटे बेटे अभय चौटाला ने 13 घंटे बाद सोशल मीडिया पर लिखा- पिताजी का निधन सिर्फ हमारे परिवार की नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की व्यक्तिगत क्षति है, जिनके लिए उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया। उनका संघर्ष, उनके आदर्श और उनके विचार हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।

इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का हुआ निधन

ओम प्रकाश चौटाला का निधन गुरुग्राम स्थित निवास पर हुआ हरियाणा के पूर्व CM ओमप्रकाश चौटाला का निधन, 89 साल की उम्र में गुरुग्राम में ली अंतिम सांस ली शुक्रवार को वे गुरुग्राम में अपने घर पर थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा। जिसके बाद साढ़े 11 बजे उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में लाया गया। करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। चौटाला 5 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे।

आज शुक्रवार (20 दिसंबर) शाम तक उनका पार्थिव शरीर सिरसा स्थित उनके पैतृक गांव चौटाला लाया जाएगा। जहां उसे अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

कल सुबह 8 से 2 बजे तक अंतिम दर्शन, 3 बजे होगा पूर्व सीएम ओपी चौटाला का अंतिम संस्कार, तेजा खेड़ा फार्म में होगा

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो सुप्रीमो ॐ प्रकाश चौटाला का आज आकस्मिक निधन को जिसे लेकर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि ये बहुत ही दुखद खबर है। ॐ प्रकाश चौटाला की बहुत ही अच्छी भूमिका रही है उनकी यादाश्त बहुत अच्छी थी जिसको एक बार मिल लेते थे उसका नाम कभी नहीं भूलते थे।

ओमप्रकाश को विरासत में मिली सियासत

पूर्व उपप्रधानमंत्री के बेटे, जेल में रहकर 10वीं-12वीं की ओपी चौटाला पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 5 संतानों में सबसे बड़े थे। उनका जन्म 1 जनवरी, 1935 को हुआ। शुरुआती शिक्षा के बाद ही चौटाला ने पढ़ाई छोड़ दी थी। 2013 में शिक्षक भर्ती घोटाले के दौरान जब चौटाला तिहाड़ जेल में बंद थे तब उन्होंने 82 साल की उम्र में पहले दसवीं और फिर बारहवीं की परीक्षा पास की।

पहला चुनाव हार गए थे चौटाला, उपचुनाव में जीते ओमप्रकाश चौटाला की चुनावी राजनीति की शुरुआत 1968 में शुरू हुई। उन्होंने पहला चुनाव देवीलाल की परंपरागत सीट ऐलनाबाद से लड़ा। उनके मुकाबले पूर्व सीएम राव बीरेंद्र सिंह की विशाल हरियाणा पार्टी से लालचंद खोड़ ने चुनाव लड़ा। इस चुनाव में चौटला हार गए।

हालांकि हार के बाद भी चौटाला शांत नहीं बैठे। उन्होंने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया और हाईकोर्ट पहुंच गए। एक साल चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने लालचंद की सदस्यता रद्द कर दी। 1970 में उपचुनाव हुए तो चौटाला ने जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बने।

पिता केंद्र सरकार में गए तो चौटाला को मुख्यमंत्री बना दिया साल 1987 के विधानसभा चुनाव में लोकदल को 90 सीटों में से 60 पर जीत मिली। ओपी चौटाला के पिता देवीलाल दूसरी बार CM बने। दो साल बाद हुए लोकसभा चुनाव में केंद्र में जनता दल की सरकार बन गई। जिसमें वीपी सिंह प्रधानमंत्री बने। देवीलाल भी इस सरकार का हिस्सा बने और उन्हें उपप्रधानमंत्री बनाया गया। अगले दिन दिल्ली में लोकदल के विधायकों की बैठक हुई। जिसमें ओपी चौटाला को सीएम के लिए चुन लिया गया।

पहली बार CM बन पिता की सीट पर लड़े, 2 बार हिंसा हुई 2 दिसंबर 1989 को ओमप्रकाश चौटाला पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने। तब वे राज्यसभा सांसद थे। CM बने रहने के लिए उन्हें 6 महीने के भीतर विधायक बनना जरूरी था। देवीलाल ने उन्हें अपनी पारंपरिक सीट महम से चुनाव लड़वाया, लेकिन खाप पंचायत ने इसका विरोध शुरू कर दिया।

27 फरवरी, 1990 को महम में वोटिंग हुई, जो हिंसा और बूथ कैप्चरिंग की भेंट चढ़ गई। चुनाव आयोग ने आठ बूथों पर दोबारा वोटिंग कराने के आदेश दिए। जब दोबारा वोटिंग हुई, तो फिर से हिंसा भड़क उठी। चुनाव आयोग ने फिर से चुनाव रद्द कर दिया। लंबे सियासी घटनाक्रम के बाद 27 मई को फिर से चुनाव की तारीखें तय की गईं, लेकिन वोटिंग से कुछ दिन पहले निर्दलीय उम्मीदवार अमीर सिंह की हत्या हो गई।

चौटाला ने दांगी के वोट काटने के लिए अमीर सिंह को डमी कैंडिडेट बनाया था। अमीर सिंह और दांगी एक ही गांव मदीना के थे। हत्या का आरोप भी दांगी पर लगा। जब पुलिस दांगी को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची, तो उनके समर्थक भड़क गए। पुलिस ने भीड़ पर गोलियां चली दीं। इसमें 10 लोगों की मौत हो गई।

पहली बार में सीएम बनने के साढ़े 5 महीने बाद इस्तीफा देना पड़ा महम में हुई इस हिंसा का शोर संसद में भी गूंजने लगा। प्रधानमंत्री वीपी सिंह और गठबंधन के दबाव में तत्कालीन उपप्रधानमंत्री देवीलाल को झुकना पड़ा। पहली बार मुख्यमंत्री बनने के साढ़े 5 महीने बाद ही ओमप्रकाश चौटाला को इस्तीफा देना पड़ा। उनकी जगह बनारसी दास गुप्ता को CM बनाया गया।

दूसरी बार 5 दिन में ही मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा कुछ दिन बाद चौटाला दड़बा सीट से उपचुनाव जीत गए। बनारसी दास को 51 दिन बाद ही पद से हटाकर चौटाला दूसरी बार CM बन गए। मगर, महम में हुई हिंसा का मामला ठंडा नहीं हुआ। प्रधानमंत्री वीपी सिंह भी चाहते थे कि चौटाला पर जब तक केस चल रहा है वे CM न बनें। मजबूरन 5 दिन बाद ही चौटाला को फिर से पद छोड़ना पड़ा। अब की बार उन्होंने मास्टर हुकुम सिंह फोगाट को CM बनाया।

केंद्र की मदद से तीसरी बार सिर्फ 15 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने साल 1990 के बाद प्रधानमंत्री वीपी सिंह सरकार को बाहर से समर्थन दे रही भाजपा ने राम मंदिर बनाने के लिए रथयात्रा निकालने का फैसला किया। वीपी सिंह ने आडवाणी से रथयात्रा न निकालने के लिए कहा, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद आडवाणी को आडवाणी को बिहार के समस्तीपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।

मुख्यमंत्री हरियाणा नायब सैनी ने जताया दुख:

इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी का निधन अत्यंत दुःखद है।

मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।

उन्होंने प्रदेश और समाज की जीवनपर्यंत सेवा की।देश व हरियाणा प्रदेश की राजनीति के लिए यह अपूरणीय क्षति है।

प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।

कहा केंद्रीय गृह मंत्री ने सदन में बाबा साहेब का अपमान किया है, पूरे देश से मांगें माफी

चंडीगढ़, 18 दिसंबर।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री, उत्तराखंड की प्रभारी एवं सिरसा लोकसभा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में बाबा साहेब के बारे में टिप्पणी करके उनका अपमान किया है। हमारे लिए संविधान ग्रंथ से कम नहीं है और बाबा साहेब भगवान से कम नहीं हैं। इसलिए गृह मंत्री अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें। उन्होंने इस प्रकार की बात करना, अनादर करना भाजपा की आदत हो गई है। जब चुनाव होते हैं तो भाजपा को बाबा साहेब की जरूरत होती है और वे बाबा साहेब का नाम लेते हैं उनका इस्तेमाल करते हैं और सदन में अपमान करते हैं।

सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि सदन में इस प्रकार टिप्पणी करके अमित शाह ने पूरी दुनिया के सामने बाबा साहेब का अपमान किया है। हम मांग करते हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूरे देश से माफी मांगे। हम इस प्रकार बाबा साहेब के अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सकते। बाबा साहेब हमारे लिए भगवान से कम नहीं है। बाबा साहेब पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खडग़े, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित इंडिया गठबंधन के अनेक सांसदों ने भाजपा के खिलाफ संसद परिसर में रोष प्रकट किया और मांग की कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह माफी मांगें। कांग्रेसी सांसदों ने कहा बाबा साहेब का अपमान किसी सूरत में सहन नहीं करेंगे। सभी सांसदों ने रोष स्वरूप नारेबाजी भी की।

प्रोजेक्ट का नाम: UER-II (Urban Extension Road)
लंबाई: कुल 75.71 किलोमीटर,

54.21 किलोमीटर दिल्ली
21.50 किलोमीटर हरियाणा में
लागत: 3600 करोड़ रुपये

कनेक्टिविटी: #दिल्ली-चंडीगढ़ हाइवे
बवाना, नरेला-कंझावला, मुंडका और द्वारका से कनेक्टिविटी।

सोनीपत/जींद और नजफगढ़ को बहादुरगढ़
द्वारका एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी