आर्य गर्ल्ज कॉलेज, अम्बाला छावनी के इतिहास विभाग ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई। यह दिन हमें उनके अद्वितीय साहस, संघर्ष और भारत की स्वतंत्रता के प्रति उनकी निष्ठा को याद करने का अवसर प्रदान करता है। इस कार्यक्रम में प्राचार्या डॉ. अनुपमा आर्य ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि तरह के कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उदद्ेश्य है कि छात्राओं को प्रेरित किया जा सके और देशभक्ति की भावना उत्पन्न हो सके तथा नेताजी के अद्वितीय योगदान को श्रद्धांजलि अर्पिंत कर सकें और स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका को सम्मानित कर सकें। प्राचार्या महोदया ने कहा कि 23 जनवरी को मनाए जाने वाले इस दिन का उद्देश्य न केवल नेताजी की महानता को याद करना है बल्कि उनके आदर्शों को भी जीवित रखना है। इस अवसर पर इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज धांगड़ ने छात्राओं को बताया कि पराक्रम दिवस हमें यह सिखाता है कि देश के लिए संघर्ष करने में कोई भी बलिदान छोटा नहीं होता और हमें अपने कर्त्तव्यों के प्रति पूरी निष्ठा और साहस के साथ काम करना चाहिए। इस दिवस को मनाकर देश नेताजी की निडरता और वीरता को सलाम करता है तथा आने वाली पीढ़ियों को साहस, संकल्प और देशभक्ति के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए संघर्ष, बलिदान और एकता देश की मजबूती और समृद्धि के लिए कितने महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम में स्टाफ के सभी सदस्य मौजूद रहे।