अम्बाला, 13 मई 2025:
अम्बाला साइबर पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट से जुड़े एक बहुचर्चित ठगी मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान पीयूष गुप्ता (निवासी प्रोफेसर कॉलोनी, यमुनानगर) और लवकेश (निवासी त्यागी गार्डन, यमुनानगर) के रूप में हुई है।
पुलिस अधीक्षक श्री अजीत सिंह शेखावत के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत 9 मई 2025 को दोनों आरोपियों को दबोचा गया। अदालत से तीन दिन का पुलिस रिमांड मिलने के बाद पूछताछ के दौरान पुलिस ने इनके कब्जे से ₹1.65 लाख नकद और 3 मोबाइल फोन बरामद किए। इसके अलावा आरोपियों के बैंक खातों से जुड़े ₹2 लाख की राशि फ्रीज़ की गई है।
💸 कैसे होता था फर्जीवाड़ा?
जांच में सामने आया है कि आरोपी ‘Biggo App’ के माध्यम से मुख्य आरोपी के साथ पैसों का लेनदेन करते थे। यह वही मामला है, जिसमें फर्जी पुलिस अरेस्ट वारंट भेजकर डराने और धमकाने के बाद ‘डिजिटल अरेस्ट’ का झांसा देकर बड़ी रकम ठग ली जाती थी।
इस गिरोह के खिलाफ अब तक देश के कई राज्यों — गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गोवा — में लगभग 90 ऑनलाइन शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
📊 अब तक की प्रगति:
- अब तक गिरफ्तार आरोपी: 13
- बरामद नकद राशि: ₹27 लाख
- फ्रीज की गई राशि: ₹17 लाख
- मामला दर्ज: 6 अप्रैल 2025, शिकायतकर्ता श्री राजेन्द्र कुमार, पालम विहार निवासी
👮♂️ साइबर पुलिस की अपील:
पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने आमजन से अपील की है कि किसी भी प्रकार के साइबर फ्रॉड से सतर्क रहें। यदि किसी प्रकार की डिजिटल धोखाधड़ी का सामना हो, तो तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें और नजदीकी थाना या साइबर क्राइम शाखा को सूचना दें।