चंडीगढ़।
हरियाणा में इस सप्ताह भीषण गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। शनिवार को सिरसा में अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि नारनौल में न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस रहा। रोहतक और सिरसा में भीषण लू, हिसार और नारनौल में लू, वहीं रोहतक में भीषण गर्म रात दर्ज की गई। चंडीगढ़, अंबाला और नारनौल में भी रातें सामान्य से कहीं ज्यादा गर्म रहीं।
राज्य के कई जिलों—सिरसा, रोहतक, हिसार, नारनौल, फतेहाबाद, भिवानी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात, पलवल—में अधिकतम तापमान 44 से 48 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जो सामान्य से 3 से 6 डिग्री अधिक है। पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, सोनीपत, जींद, झज्जर, चरखी दादरी, रेवाड़ी, रोहतक, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात, पलवल जिलों में भी तापमान सामान्य से काफी ऊपर रहा।
पिछले साल इन दिनों कैसा था तापमान?
पिछले साल भी जून के महीने में हरियाणा में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़े थे। 2024 में सिरसा का तापमान 50.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जबकि नूंह में पारा 49 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हिसार, झज्जर, मेवात, रोहतक, जींद और महेंद्रगढ़ में भी तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा था। वहीं, 6 जून 2024 को गुरुग्राम में अधिकतम तापमान 45.73 डिग्री और न्यूनतम 34.01 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। यानी लगातार दूसरे साल हरियाणा में जून के महीने में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप देखने को मिल रहा है।
कब तक आएगा मानसून, क्या है अनुमान?
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार मानसून सामान्य समय से कुछ पहले हरियाणा पहुंचने की संभावना है। आमतौर पर केरल में मानसून के सक्रिय होने के बाद पंजाब-हरियाणा तक पहुंचने में 25-26 दिन लगते हैं। इस साल दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में 27 जून के बाद अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने 104 फीसदी सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान जताया है, जिससे किसानों और आम जनता को भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।
आने वाले दिनों का मौसम
14-17 जून के दौरान राज्य के कई जिलों में हल्की बारिश, गरज-चमक और 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने की संभावना है।
18 जून के आसपास भी हरियाणा और चंडीगढ़ में अलग-अलग जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
विशेषज्ञों की सलाह
लू और गर्म रातों के दौरान धूप से बचें, हल्के रंग के कपड़े पहनें, सिर ढककर रखें और खूब पानी पिएं।
गरज-चमक और तेज़ हवाओं के समय सुरक्षित स्थान पर रहें और मौसम विभाग के ताजा अलर्ट पर ध्यान दें।