अम्बाला 19 जून
शराब व्यापारी शांतनु हत्याकांड में पुलिस और एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। इस सनसनीखेज मामले में अब तक मुख्य शूटर सुजल सहित तीन आरोपियों—बलजिन्द्र और शुभम (दोनों शाहबाद निवासी)—को गिरफ्तार किया जा चुका है। बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बलजिन्द्र और शुभम ने हत्या से पहले रेकी की थी, जबकि सुजल ने वारदात को अंजाम दिया।
शांतनु की हत्या 13 जून की रात शाहाबाद के मारकंडा पुल के पास हुई थी, जब वह अपनी कार से सिगरेट लेने के लिए रुका था। तभी बिना नंबर की स्पोर्ट्स बाइक पर आए दो बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। शांतनु को सात गोलियां लगी थीं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ली थी।
घटना के बाद से ही पुलिस ने जांच तेज कर दी थी। तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं और आरोपियों से पूछताछ जारी है। पुलिस ने बताया कि इनके आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
इस मामले में अम्बाला रेंज के आईजी ने भी मौके का दौरा किया था और शराब कारोबारियों से खुलकर शिकायत करने की अपील की थी, ताकि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। हत्याकांड के बाद से ही अम्बाला और आसपास के जिलों के शराब कारोबारियों में दहशत का माहौल है, लगातार धमकियां मिल रही हैं और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है।
पुलिस अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि शांतनु हत्याकांड के सभी दोषियों को जल्द कानून के शिकंजे में लाया जाएगा और इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। एसटीएफ की कार्रवाई से क्षेत्र में अपराधियों में हड़कंप मच गया है और स्थानीय लोगों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की है।