आर्य कॉलेज (सह-शिक्षा), अम्बाला छावनी की एन.सी.सी. और एन.एस.एस. यूनिट के अंतर्गत 79वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि श्री राहुल आनंद शर्मा, आई.डी.ई.एस. मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ.), कैंटोनमैंट बोर्ड, अम्बाला छावनी द्वारा ध्वजारोहण किया गया और सभी ने मिल कर राष्ट्रगान गाया तथा एन.सी.सी. की छात्राओं द्वारा सलामी दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या प्रो. रंजू त्रेहन, डॉ. अंजु बाटला, प्रबंधक समिति के प्रधान श्री इन्द्रदेव गुप्ता, श्री नवीन शर्मा, डॉ. विवेकशील मल्होत्रा, श्री ओ.पी. सिंगल द्वारा मुख्यातिथि श्री राहुल आनंद शर्मा को शॉल और स्मृति चिन्ह दे कर किया गया तथा प्रो. अंजु बाटला द्वारा सभी का स्वागत किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अनुपमा आर्य द्वारा संदेश प्रेषित कर सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमारे राष्ट्र के गौरव, संघर्ष और बलिदान का प्रतीक है। इस दिन हम सब असंख्य वीर सेनानियों को नमन करते हैं जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें आजाद भारत का उपहार दिया। हमारे आर्य कॉलेज की स्थापना भी उन्हीं राष्ट्रीयवादी और समाज सुधारक मूल्यों की नींव पर हुई थी। महर्षि दयानन्द सरस्वती जी ने सत्य, स्वराज्य, और शिक्षा को जीवन का आधार माना। प्राचार्या महोदया ने कहा कि स्वामी दयानन्द जी ने ही सबसे पहले स्वराज्य शब्द का प्रयोग किया था। आज यही मूल्य हमें आगे बढ़ने को प्रेरित करते हैं। हमारा संस्थान केवल पढ़ाई का केंद्र नहीं है बल्कि चरित्र निर्माण, अनुशासन और समाज सेवा का महाविद्यालय है और उन्होंने पुनः सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रबंधक समिति के प्रधान श्री इन्द्रदेव गुप्ता ने कहा कि आज हम जिस भारत में है उसे प्राप्त करने में शहीदों का लहू समाया है और उन्होंने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि ‘‘लगेंगे हर वर्ष मेले शहीदों की चिताओं पर’’ इन शब्दों को सुनकर आज भी हमारे जवान अपने प्राण न्योछावर कर देते हैं और उन्होंने सभी को स्वतंत्रता दिवस को शुभकामनाएं दीं। मुख्य अतिथि श्री राहुल आनंद शर्मा द्वारा अपने संबोधन में वेदों के महत्व पर प्रकाश डालते कहा कि स्वामी दयानंद ने वेदों की तरफ लौटने के लिए कहा था जिसमें कि हमारा गौरवशाली इतिहास समाहित है। उन्होंने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। श्री विवेकशील मल्होत्रा ने कहा कि बलिदान की भावना के कारण ही आज हम स्वतंत्र रूप से जी सकते हैं, और बोल सकते हैं। आजादी का मतलब पराधीनता से मुक्ति नहीं बल्कि आज भी भ्रष्टाचार से लड़ना है और शिक्षा और समानता को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर संगीत विभाग की छात्राओं ने गीत प्रस्तुत किए तथा कोमल., बी.ए. प्रथम, मुस्कान, बी.ए. तृतीय, आंचल बी.कॉम तृतीय और तनिष्का ने देशभक्ति कविताएं प्रस्तुत कीं। प्रो. ममता भटनागर ने कविता प्रस्तुत कर विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. सिल्वी अग्रवाल द्वारा किया गया। इस राष्ट्रीय पर्व में लगभग 70 विद्यार्थियों ने भाग लिया। मंच संचालन डॉ. पंकज धांगड़ द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रबंधक समिति के माननीय सदस्य श्री नवीन शर्मा, डॉ. विवेकशील मल्होत्रा, श्री ओ.पी. सिंगल, श्रीमति शोभा धवन, श्रीमती सविता बजाज ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। एन.एस.एस. यूनिट द्वारा एक दिवसीय कैम्प का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. अमनदीप मक्कड़, डॉ. अनु वर्मा और डॉ. पंकज धांगड़ की देखरेख में हुआ।