कैथल/कुलगाम।9 सितम्बर 2025:
हरियाणा के कैथल जिले के गांव रोहेड़ा का लाल लांसनायक नरेंद्र सिंधु जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गया। 28 वर्षीय नरेंद्र राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे और सोमवार को ऑपरेशन गुड्डर के दौरान आतंकियों की गोलीबारी में वीरगति को प्राप्त हो गए। नरेंद्र के साथ सूबेदार प्रभात गौड़ भी इस मुठभेड़ में शहीद हो गए।
शहीद नरेंद्र सिंधु चार साल पहले श्रीनगर में पोस्टेड हुए थे और हाल ही में डेढ़ माह की छुट्टी काटकर मात्र ढाई महीने पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। उनके शहादत की खबर मिलते ही गांव रोहेड़ा समेत पूरे कैथल जिले में शोक की लहर दौड़ गई। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव लाया जाएगा, जहां उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
नरेंद्र का जन्म 5 अक्तूबर 1996 को हुआ था। उनके पिता दलबीर सिंह किसान हैं और मां रोशनी देवी गृहिणी। परिवार में दो बहनें और एक छोटा भाई है। बहनों की शादी हो चुकी है जबकि छोटा भाई वीरेंद्र अमेरिका में नौकरी करता है। नरेंद्र अविवाहित थे और घर में उनकी शादी की तैयारियां चल रही थीं। परिवार को उम्मीद थी कि जम्मू-कश्मीर से ट्रांसफर होने के बाद विवाह संपन्न होगा, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था।
शहादत से कुछ देर पहले नरेंद्र ने अपने ताऊ के बेटे विक्रम से फोन पर बात कर घर का हालचाल लिया था। उन्होंने पूछा था कि सब ठीक-ठाक हैं या कोई परेशानी तो नहीं। विक्रम ने उन्हें चिंता न करने और अपना ख्याल रखने की नसीहत दी थी।
कुलगाम के गुड्डर जंगलों में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो आतंकी ढेर कर दिए गए। इनमें एक आतंकी की पहचान शोपियां निवासी आमिर अहमद डार के रूप में हुई, जो सितंबर 2023 से सक्रिय था और सुरक्षा एजेंसियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था।
शहीद नरेंद्र की शहादत पर गांव ही नहीं, पूरे हरियाणा को गर्व है। आज जब उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा तो उन्हें अंतिम विदाई देने हजारों लोग उमड़ने की संभावना है।