अंबाला कैंट, 5 जून 2025:
अंबाला कैंट में सड़क सुरक्षा को लेकर आज एक विशेष जनजागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के प्रति लोगों को जागरूक करना था। यह आयोजन इद्रीश फाउंडेशन और निवेदक सड़क सुरक्षा समिति द्वारा, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (RTA) अंबाला के सहयोग से सुभाष पार्क के सामने सम्पन्न हुआ। इंसानियत फाउंडेशन और आकाश शर्मा रंगमंच ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इद्रीश फाउंडेशन की नेतृत्वकारी भूमिका
कार्यक्रम की अध्यक्षता इद्रीश फाउंडेशन की टीम मैनेजर श्रीमती वंदना कौशल ने की। फाउंडेशन की टीम और वॉलंटियर्स ने पंपलेट्स, पोस्टर और पर्सनल संवाद के माध्यम से आमजन को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। यह फाउंडेशन अंबाला में शिक्षा और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में पहले भी सक्रिय रही है, और स्कूलों में भी सेमिनार के जरिए बच्चों को जागरूक करती रही है3।
मुख्य अतिथियों के संदेश
RTA अधिकारी व HCS श्री सुशील ने कहा,
“सड़क सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है। हमें इसे अपनी जीवनशैली का हिस्साबनाना होगा।
वरिष्ठ समाजसेवी श्री राकेश मक्कड़ ने युवाओं से ट्रैफिक नियमों को अपनी आदत बनाने की अपील की।
“आख़िरी कॉल” प्ले टॉक: संवेदनाओं को झकझोरने वाली प्रस्तुति
आकाश शर्मा और इद्रीश फाउंडेशन की टीम ने “आख़िरी कॉल” नामक प्ले टॉक प्रस्तुत किया, जिसमें एक माँ की भावुक कहानी के ज़रिए ट्रैफिक नियमों के महत्व को दर्शाया गया। यह प्रस्तुति संवाद के रूप में जनता के बीच की गई, जिससे लोगों में गहरी संवेदना और जागरूकता उत्पन्न हुई।
नियम पालन करने वालों को “जीवन का पौधा” देकर सम्मान
जो नागरिक सड़क नियमों का पालन करते पाए गए, उन्हें इंसानियत फाउंडेशन के गीतांश जी के नेतृत्व में “जीवन का पौधा” भेंट कर सम्मानित किया गया। इस पहल का संदेश था –
“जो जीवन बचाते हैं, वही जीवन बोते हैं
जनता की प्रतिक्रियाएं
- रजनी शर्मा (स्थानीय निवासी): “यह सम्मान लोगों को सकारात्मक प्रेरणा देगा।”
- मानव (छात्र): “अब मैं खुद और अपने दोस्तों को हेलमेट पहनने के लिए कहूँगा।”
- दीपक कुमार (ऑटो चालक): “इस तरह के कार्यक्रम हर गली-मोहल्ले में होने चाहिए।”
- सुषमा रानी (गृहिणी): “बच्चों के साथ ऐसा शिक्षाप्रद कार्यक्रम देखकर बहुत अच्छा लगा।”
फाउंडेशन की संस्थापक का संदेश
इद्रीश फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती नेहा परवीन ने कहा,
“हम सड़क को केवल पक्की नहीं, सुरक्षित बनाना चाहते हैं। हमारे अभियान का उद्देश्य हर दिल तक यह संदेश पहुँचाना है कि सुरक्षा सबसे बड़ी सेवा है
सतत अभियान की शुरुआत
अब यह अभियान इद्रीश फाउंडेशन की ओर से प्रत्येक सप्ताह दो दिन आयोजित किया जाएगा, ताकि संपूर्ण अंबाला को कवर किया जा सके। आज की शुरुआत में ही 100 से अधिक लोगों तक संदेश पहुँचाया गया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी सड़क सुरक्षा का संदेश
21 जून, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर, अंबाला में एक विशाल योग कार्यक्रम में 10,000 से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई जाएगी। इद्रीश फाउंडेशन इसमें भी सक्रिय रूप से सहभागिता निभाएगा।
5 जून को जागरूकता रैली
इसी क्रम में 5 जून को बिग बाजार के सामने एक बड़ी जागरूकता रैली भी निकाली जाएगी, जिसमें सड़क सुरक्षा का संदेश आमजन तक पहुंचाया जाएगा।
विश्लेषण
अंबाला में सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार विभिन्न संस्थाएं और समाजसेवी नए-नए प्रयास कर रहे हैं। नुक्कड़ नाटक, प्ले टॉक, पौधा वितरण, और सीधा संवाद जैसे नवाचारों के जरिए लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ने की कोशिश की जा रही है123। इस तरह के प्रयास न केवल नियम पालन को बढ़ावा देते हैं, बल्कि समाज में सुरक्षा और जिम्मेदारी की भावना भी मजबूत करते हैं।
क्यों “जीवन का पौधा” सम्मानित नागरिकों को प्रेरित करता है
“जीवन का पौधा” सम्मान: नागरिकों को प्रेरित करने के पीछे की वजहें
“जीवन का पौधा” केवल एक प्रतीकात्मक उपहार नहीं है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने वाले नागरिकों को गहरे स्तर पर प्रेरित करने का एक प्रभावशाली माध्यम है। आइए जानते हैं, क्यों यह सम्मान लोगों को सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित करता है:
1. जीवन और हरियाली का संदेश
पौधा जीवन, हरियाली और निरंतरता का प्रतीक है। जब किसी को “जीवन का पौधा” दिया जाता है, तो यह संदेश जाता है कि उसने न केवल अपना, बल्कि दूसरों का भी जीवन सुरक्षित किया है। यह सम्मान नागरिकों को यह अहसास कराता है कि उनका छोटा-सा प्रयास समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है।
2. सकारात्मक पहचान और सामाजिक मान्यता
ऐसा सम्मान पाने से व्यक्ति को समाज में एक सकारात्मक पहचान मिलती है। उसे लगता है कि उसके अच्छे कार्य को देखा और सराहा जा रहा है। इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और वह दूसरों के लिए प्रेरणा बनता है।
3. पर्यावरण संरक्षण से जुड़ाव
पौधा उपहार में देकर नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण से भी जोड़ा जाता है। यह सम्मान न केवल सड़क सुरक्षा के लिए, बल्कि प्रकृति की रक्षा के लिए भी एक छोटी-सी पहल है। इससे नागरिकों में जिम्मेदारी की भावना और गहरी होती है।
4. भावनात्मक जुड़ाव और दीर्घकालिक स्मृति
पौधा धीरे-धीरे बड़ा होता है, ठीक वैसे ही जैसे समाज में सकारात्मक बदलाव समय के साथ बढ़ता है। जब सम्मानित व्यक्ति उस पौधे की देखभाल करता है, तो उसे बार-बार अपने अच्छे कार्य की याद आती है। यह भावनात्मक जुड़ाव उसे नियमों का पालन करने और दूसरों को भी प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
5. प्रेरणा की श्रृंखला
जब लोग देखते हैं कि नियम पालन करने वालों को “जीवन का पौधा” मिल रहा है, तो वे भी ऐसे कार्य करने के लिए प्रेरित होते हैं। यह एक प्रेरणा चेन की तरह काम करता है, जिससे पूरे समाज में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना फैलती है।
निष्कर्ष
“जीवन का पौधा” सम्मान सिर्फ एक प्रतीक नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव का बीज है। यह नागरिकों को जिम्मेदार, जागरूक और प्रेरित बनाता है—सड़क सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी। यही वजह है कि यह सम्मान लोगों के दिलों को छूता है और उन्हें बेहतर नागरिक बनने के लिए प्रेरित करता है।