अम्बाला छावनी स्थित रोटरी अस्पताल में सोमवार को उस समय तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई जब 85 वर्षीय वृद्ध की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई और शव को परिजनों को सौंपने में विवाद हो गया[ मृतक की बेटी ने बताया कि उनके पिता की सुबह अचानक तबीयत खराब हुई थी, जिसके बाद उन्हें रोटरी अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल प्रशासन ने मौत की पुष्टि से पहले कुछ टेस्ट किए, और फिर उनके पिता को मृत घोषित किया गया
शव देने में देरी और विवाद
मृतक की बेटी का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने शव देने से इंकार कर दिया और उनके भाई को बुलाकर पुलिस कार्रवाई की बात कही. उन्होंने सवाल उठाया कि जब वह खुद अपने पिता को लेकर आई थीं, तो फिर शव देने में कार्रवाई की आवश्यकता क्यों पड़ी. साथ ही, टेस्ट से पूर्व किसी भी प्रकार की कार्रवाई की जानकारी परिवार को क्यों नहीं दी गई, इस पर भी नाराजगी जताई[
पुलिस की भूमिका
अस्पताल प्रशासन ने मामले की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी मुकेश कुमार ने स्पष्ट किया कि पुलिस की कार्रवाई पूरी होने के बाद ही शव परिजनों को सौंपा जाएगा[#]. पुलिस ने परिवार को आश्वस्त किया कि आगे की कार्रवाई उनके द्वारा पूरी की जाएगी[#]. यह हंगामा दोपहर दो बजे तक चलता रहा, जिसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ और शव परिजनों को सौंपा गया