दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की वापसी हो रही है। चुनाव आयोग के मुताबिक, भाजपा 5 सीट जीती और 43 सीटों पर उसे बढ़त है यानी कुल 48 सीटें। आम आदमी पार्टी (AAP) भी 6 सीट जीती है, 16 सीटों पर आगे चल रही है यानी कुल 22 सीटें। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है।
इस बदलाव में AAP के अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली और सिसोदिया जंगपुरा सीट से चुनाव हार गए। मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी सीट पर चुनाव जीत गई हैं। सत्येंद्र जैन भी चुनाव हार गए हैं।
इस बीच, केजरीवाल को हराने वाले भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा अमित शाह से मिलने पहुंचे। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पर जश्न जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 7 बजे पार्टी हेडक्वार्टर पहुंचेंगे और कार्यकर्ताओं के बीच स्पीच देंगे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव- इंटरेस्टिंग फैक्ट्स
2020 में भाजपा ने महज 8 सीटें जीती थीं। 2025 में 6 गुना ज्यादा यानी 48 से ज्यादा सीटों पर जीती।
केजरीवाल की नई दिल्ली सीट पर 20 उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई। इन्हें मिले वोट दो अंक तक भी नहीं पहुंच सके।
केजरीवाल, प्रवेश वर्मा से 3000 वोटों से हारे, जबकि संदीप दीक्षित को महज 3873 ही वोट ही मिले।
कांग्रेस को एक भी सीट नहीं, पर वोट 2% बढ़ा
भाजपा की पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले 39 सीटें बढ़ीं। वहीं, AAP को 39 सीटों का नुकसान हुआ है। कांग्रेस इस बार भी खाली हाथ रही। एक भी सीट नहीं जीत सकी।
भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले वोट शेयर में 9% से ज्यादा का इजाफा हुआ।
वहीं, AAP को 10% से ज्यादा का नुकसान हुआ है। कांग्रेस को भले ही एक सीट मिलती नहीं दिख रही, लेकिन वोट शेयर 2% बढ़ाने में कामयाब रही।
दिल्ली चुनाव के रुझानों के बीच जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने एक नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि कोई भी कम्प्यूटर, हार्ड ड्राइव और फाइल वगैरह डिपार्टमेंट की इजाजत के बगैर सचिवालय से बाहर नहीं जाएगी। सभी संबंधित अधिकारी फाइलों, दस्तावेजों, इलेक्ट्रॉनिक फाइल्स आदि की सुरक्षा सुनिश्चित करें। नोटिस के बाद दिल्ली सचिवालय को सील कर दिया गया है।