वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम के समक्ष होगा बनेगा चौक
नगर परिषद ने फुटबॉल चौक का डिजाइन तय किया
अम्बाला/चंडीगढ़, 20 मार्च।
अम्बाला छावनी में फुटबॉल का सुनहरा दौर फिर से लौटे इसके लिए हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने फुटबॉल के दादा कहे जाने वाले “एसडी चटर्जी फुटबॉल चौक” की स्थापना करवा रहे हैं और इस शुभ कार्य के लिए उन्होंने अपने स्वैच्छिक कोष से 12 लाख रुपए नगर परिषद को जारी कर दिए हैं।
श्री विज ने नगर परिषद को एसडी चटर्जी की याद में फुटबॉल चौक निर्माण करने को कहा है। इस राशि से आगामी दिनों में नगर परिषद द्वारा वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम के समक्ष एसडी चटर्जी फुटबॉल चौक का निर्माण कराया जाएगा। अम्बाला छावनी में फुटबॉल के सुनहरे दिन फिर से लौटे इसके लिए कैबिनेट मंत्री अनिल विज पहले ही अम्बाला छावनी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के फीफा एप्रूव्ड फुटबॉल का निर्माण करवा चुके हैं जो अब निर्माण के अंतिम चरणों में है।
नगर परिषद ने फुटबॉल चौक का डिजाइन तय किया
फुटबॉल चौक के निर्माण को लेकर नगर परिषद अधिकारियों ने इसके डिजाइन को भी अंतिम रूप दे दिया है। नगर परिषद द्वारा आगामी दिनों में फुटबॉल चौक के निर्माण कार्य को प्रारंभ किया जाएगा जोकि बेहद आकर्षक होगा।
एसडी चटर्जी के समय कभी यौवन पर था फुटबॉल
अम्बाला छावनी में दादा के नाम से मशहूर एसडी चटर्जी के समय में अम्बाला छावनी की फुटबॉल ने बुलंदियों को छुआ था और तब अम्बाला की फुटबॉल की धाक थी जिसने मोहन बगान, मोमडन स्पोर्टिंग व अन्य नामी टीमों को धूल चटाई थी।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज का फुटबॉल से अपार प्रेम रहा
वहीं, फुटबाल खेल के प्रति कैबिनेट मंत्री अनिल विज का आपार प्रेम रहा है और उन्हीं की बदौलत अम्बाला छावनी में वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम को नया रूप दिया गया गया है। यहां पर करोड़ों रुपए की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर का फीफा एप्रूव्ड फुटबाल स्टेडियम बन रहा है जोकि निर्माण के अंतिम चरणों में है। स्टेडियम के पूरी तरह बनते ही अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले यहां होंगे जिससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
अभी गत दिनों ही फुटबाल प्रेमियों की ओर से आयोजित एसडी चटर्जी फुटबाल प्रतियोगिता के दौरान भी कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने मंच से कहा था कि “वो कौमे फना हो जाया करती है जो अपने पूर्वजों को याद नहीं करती”। उन्होंने इस बात पर भी खुशी जताई थी कि चटर्जी के परिवार सदस्य भी कई सालों बाद यहां आए, है और यह चटर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि है जो उन्होंने इस शहर के लिए किया और कई खिलाड़ी तैयार किए।