IAS Ashok Khemka: 30 अप्रैल 1965 को कोलकाता में जन्मे अशोक खेमका ने 1988 में आईआईटी खड़गपुर से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
IAS Ashok Khemka: अपनी ईमानदारी के लिए मशहूर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका बुधवार (29 अप्रैल) को सेवानिवृत्त हो जाएंगे. अपने लगभग 34 साल के करियर के दौरान उनका 57 बार ट्रांसफर हुआ. 1991 बैच के अधिकारी परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त होंगे.
हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका 2012 में सुर्खियों में तब आए थे, जब उन्होंने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े गुरुग्राम भूमि सौदे का म्यूटेशन रद्द कर दिया था. म्यूटेशन भूमि के एक टुकड़े के स्वामित्व को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया का हिस्सा है.
अशोक खेमका पिछले साल दिसंबर में परिवहन विभाग में लौटे, जिसे वर्तमान में मंत्री अनिल विज संभाल रहे हैं. मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली तत्कालीन बीजेपी सरकार के पहले कार्यकाल में परिवहन आयुक्त के रूप में उनका तबादला होने के लगभग 10 साल बाद यह कदम उठाया गया. हटाए जाने के समय खेमका परिवहन विभाग में केवल चार महीने ही रहे थे.
भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिए खट्टर को लिखा था लेटर
23 जनवरी 2023 को उन्होंने खट्टर को पत्र लिखकर सतर्कता विभाग में भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने की पेशकश की. अपने पत्र में खेमका ने लिखा कि काम का असंतुलित वितरण सार्वजनिक हित में नहीं है. अपने सेवाकाल के अंतिम पड़ाव में, मैं भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिए सतर्कता विभाग का नेतृत्व करने के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करना चाहता हूं. उन्होंने आगे लिखा कि यदि अवसर दिया गया तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध वास्तविक युद्ध होगा और कोई भी व्यक्ति चाहे कितना भी बड़ा या शक्तिशाली क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा.
सेवा में रहते पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की
30 अप्रैल 1965 को कोलकाता में जन्मे अशोक खेमका ने 1988 में आईआईटी खड़गपुर से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी स्नातक की उपाधि प्राप्त की. इसके बाद टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआईएफआर) से कंप्यूटर विज्ञान में पीएचडी और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और वित्त में एमबीए किया. सेवा में रहते हुए ही उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी भी पूरी की.