करनाल 1 मई 2025: आज है शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का जन्मदिन, परिवार ने लोगो से भी की रक्तदान कर नम आंखों से दी श्रद्धांजलि,पत्नी हिमांशी नरवाल ने परिवार सहित किया रक्तदान, पहली बार मीडिया के सामने आईं और रखी भावुक बात, बोली-दोषियों को सजा मिले।
करनाल के महाराजा अग्रसेन भवन में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल पहली बार मीडिया के सामने आईं और परिवार सहित रक्तदान कर विनय को श्रद्धांजलि दी। पूरे परिवार की आंखों में आंसू थे। शिविर में आने वाले हर रक्तदाता का पहले हेल्थ चेकअप किया गया। जो लोग मेडिकल तौर पर अनफिट पाए गए, उनसे रक्त नहीं लिया गया। लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल कहा कि हम नहीं चाहते कि किसी और के साथ वैसा हो जैसा हमारे साथ हुआ। हम सिर्फ शांति चाहते हैं। उन आतंकियों को सजा मिलनी चाहिए जिन्होने मासूमों को मारा, उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए। विनय के जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए मैंने और मेरे परिवार ने रक्तदान किया है। यह हमारे लिए विनय को सच्ची श्रद्धांजलि है।
परिवार सहित दूर दराज से रक्तदान के लिए पहुंचे लोग विनय नरवाल की बहन सृष्टि ने बताया कि रक्तदान शिविर विनय के जन्मदिन पर खास तौर पर लगाया गया है। जो लोग एकसाथ यहां रक्तदान करने पहुंचे हैं, उन सभी का परिवार की तरफ से आभार है। उन्होंने बताया कि करनाल ही नहीं, बल्कि शहर के बाहर से भी लोग श्रद्धा भाव लेकर पहुंचे हैं और रक्तदान कर रहे हैं।
आतंकी घटना को लेकर लोगों में आक्रोश शिविर में हिस्सा लेने आए लोगों में उत्साह के साथ-साथ गुस्सा भी देखा गया। सृष्टि ने कहा कि लोगों में पहलगाम की घटना को लेकर गहरी पीड़ा है। हालांकि सभी ने संयम और जिम्मेदारी के साथ अपने जज्बे को सकारात्मक रूप में दिखाया और रक्तदान कर विनय की याद को सम्मान दिया।
लोगो ने एकजुटता और समर्पण दिया प्रमाण वहीं आयोजकों का कहना था कि यह शिविर सिर्फ रक्तदान नहीं, बल्कि देश के प्रति एक श्रद्धांजलि है, जिसे विनय जैसे शहीदों ने अपने जीवन से परिभाषित किया है।शिविर में युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हर कोई विनय नरवाल के बलिदान को याद कर रहा था।