चंड़ीगढ़ 3 मई 2025: पंजाब के भाखड़ा नहर का पानी रोकने को लेकर हरियाणा CM नायब सैनी ने शनिवार को चंडीगढ़ सीएम निवास में ऑल पार्टी मीटिंग की। इसमें कांग्रेस से पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा, जजपा के दुष्यंत चौटाला, इनेलो के अध्यक्ष रामपाल माजरा भी मौजूद रहे। मीटिंग के बाद हरियाणा के नेता जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं।
CM नायब सैनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने असंवैधानिक तरीके से हरियाणा का पानी रोका है। संविधान की शपथ लेने वाला मुख्यमंत्री असंवैधानिक काम कर रहा। ये पानी पूरे देश का है। सीएम सैनी ने कहा कि दिल्ली में AAP की हार का बदला लेने के लिए पानी का विवाद खड़ा किया गया है।
भगवंत मान रिश्तेदार है, उन्हें पता होगा जब बेटी के घर बच्चा हो जाता है तो उसके घर खाना भी खा सकते पी भी सकते है। बता दें कि भगवंत मान की ससुराल हरियाणा के कुरुक्षेत्र में है। इससे पहले सीएम मान ने कहा था कि हरियाणा वाले अपनी बेटी के घर का पानी नहीं पीते, ये पूरी नहर मांग रहे।
CM नायब सैनी की अहम बातें…
पानी बहकर पाकिस्तान जाता है: नायब सैनी ने कहा- 2016 से 2018 तक डैम का जल स्तर सबसे कम रहा। वहीं इस समय जल स्तर उन वर्षों से कहीं ज्यादा है। वर्ष 2019 में जल स्तर 1623 था, उस समय 0.553 MAF पानी ज्यादा हो गया था। उसे फेंकना पड़ा था। ये बहकर पाकिस्तान चला जाता है। इससे पहले 2015 और 2016 में भी पानी फेंकना पड़ा था। हमें लगभग 8500 क्यूसेक पानी मिलता रहा है। राज्यों की मांग हर 15 दिन में कम या ज्यादा होती है। इसे BBMB की टेक्निकल कमेटी तय करती है।
CM मान ने भरोसा दिया, फिर वीडियो जारी किया: 26 अप्रैल को मैंने भगवंत मान को फोन पर बताया था कि BBMB की कमेटी ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान को पानी छोड़ने का फैसला लिया था। इसको लागू करने में पंजाब के अधिकारी आनाकानी कर रहे हैं। तब मान ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद पंजाब के अधिकारियों ने कुछ नहीं किया तो मैंने मान को दोबारा लेटर लिखा। हैरानी की बात है कि 48 घंटे तक मेरे लेटर का जवाब नहीं दिया। मान साहब ने अपनी राजनीति को ऊपर रखते हुए एक वीडियो जारी किया और बिना तथ्यों के जनता को गुमराह किया।
पंजाब ज्यादा पानी यूज कर रहा: नायब सैनी ने कहा- पंजाब हर साल अपने हिस्से से काफी ज्यादा पानी का उपयोग कर रहा है। SYL का निर्माण न होने के कारण भी हरियाणा पानी के अपने आवंटित हिस्से 3.5 MAF हिस्से में से केवल 1.62 MAF पानी का इस्तेमाल कर रहा है। मान सरकार केवल भ्रमित कर रही है। सस्ती राजनीतिक लोकप्रियता हासिल करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। जो हमारा कृषि योग्य पानी है, आप उसे देने के बजाय पीने का पानी भी छीन रहे हैं। हरियाणा के काफी जिलों में पीने के पानी की समस्या आ रही है। हम इसे संभाल रहे हैं।
मान सरकार ने डैम पर पुलिस बिठाई: नायब सैनी ने कहा- मान सरकार ने जबरदस्ती की है। उन्होंने BBMB के फैसले को दरकिनार कर दिया और बांध पर पुलिस बैठा दी। भगवंत मान हमारे रिश्तेदार हैं। ये तो उन्हें सोचना चाहिए कि हरियाणा को पानी तो देना पड़ेगा। आप हरियाणा आइए हम आपको पानी और चाय पिलाएंगे। ये पानी सिर्फ पंजाब का नहीं, पूरे देश का है, जो हिमाचल से होकर पंजाब आता है। पंजाब पुलिस द्वारा भाखड़ा डैम पर पुलिस लगाना ठीक नहीं है।
पंजाब CM ने झूठ बोला: नायब सैनी ने कहा- मान साहब कह रहे हैं कि हरियाणा को 4 हजार क्यूसेक पानी के लिए धन्यवाद करना चाहिए। मान साहब ये जख्मों पर नमक लगाने का काम कर रहे हैं। हरियाणा ने कभी ज्यादा पानी नहीं मांगा। BBMB ने हरियाणा का कोटा तय किया है। मान सरकार ने इसे मानने से इनकार कर दिया। ये न केवल हरियाणा के साथ अन्याय है, बल्कि संघीय ढांचे पर भी हमला है।
दिल्ली हार का बदला ले रही AAP: नायब सैनी ने कहा- जब तक दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी तो पंजाब CM को कोई आपत्ति नहीं थी। अब चूंकि वहां सरकार नहीं है तो जल संकट पर उन्होंने आंखें बंद कर ली है। ऐसा लग रहा है कि उन्होंने दिल्ली की जनता से बदला लेने के लिए हरियाणा में पानी बंद कर दिया।
संघीय ढांचे को कमजोर कर रहे मान: नायब सैनी ने कहा- पानी का मुद्दा दोनों राज्यों का है। इसका हल बातचीत और सहयोग से ही निकलेगा। मान साहब जल विवाद और अन्य मुद्दों के जरिए भारत के संघीय ढांचे को कमजोर कर रहे हैं। जल बंटवारे पर एक तरफा फैसले और केंद्र सरकार के निर्देशों की अवहेलना राज्यों के बीच सहयोग की भावना को कमजोर करता है। सबसे प्रमुख उदाहरण SYL नहर का है। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के पक्ष में फैसला दिया। इसके बाद भी मान सरकार सहयोग के बजाय टकराव की राह पर हैं। अब यही रुख BBMB को देखकर भी लग रहा है। जबकि हरियाणा कोई अतिरिक्त पानी नहीं मांग रहा।
पानी विवाद से जुड़े 3 बड़े अपडेट्स…
हरियाणा के एडवोकेट रविंद्र सिंह ढुल ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका लगाकर नंगल स्थित भाखड़ा डैम से पुलिस फोर्स हटाने की मांग की है। एडवोकेट ने भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) और केंद्र सरकार को पार्टी बनाया है।
हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट जाने का ऐलान कर चुकी है। इसके लिए दिल्ली में अधिकारियों से ड्राफ्ट तैयार कराया जा रहा है। उम्मीद है कि आज याचिका दायर की जाएगी।
BBMB भी शाम 5 बजे चंडीगढ़ में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और राजस्थान के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने वाला है। इस मुद्दे पर शुक्रवार को दिल्ली में भी मुख्य सचिवों के बीच मीटिंग हुई थी, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
पंजाब CM ने कहा- पानी के लिए कत्ल हो जाते हैं
जालंधर में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा पानी के लिए पंजाब में कत्ल हो जाया करते हैं। इसलिए पंजाब से एक भी बूंद किसी को पानी नहीं दिया जाएगा। मान ने कहा- BJP द्वारा एक चाल चलते हुए, पंजाब की सहमति के बिना BBMB के ज़रिए पंजाब के पानी पर डाका डालने की कोशिश की जा रही है। लेकिन हम इनकी इस ज़बरदस्ती को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। पंजाब के पानी पर सिर्फ पंजाबियों का हक है और हम एक-एक बूंद की रक्षा करेंगे।
हरियाणा के 9 जिलों में पानी का संकट हो रहा
सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हरियाणा के 9 जिलों में पानी का संकट होने लगा है। अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो दिल्ली और राजस्थान जाने वाले पानी में कटौती की जा सकती है। हरियाणा से ही दोनों राज्यों को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति होती है।