
अम्बाला छावनी, भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की स्थिति को देखते हुए देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे वीर जवानों की सहायता हेतु अम्बाला छावनी के फारुखा खालसा स्कूल में एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर देश के सैनिकों के लिए “एक-एक बूंद रक्त का समर्पण” के भाव के साथ लगाया गया, जिसमें अम्बाला शहर के नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
शिविर में युवाओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक सभी ने बढ़-चढ़कर रक्तदान किया और एकता व सेवा भाव का परिचय दिया। लोगों ने इस नेक कार्य में भाग लेकर यह साबित कर दिया कि देश के लिए समर्पण सिर्फ़ सीमा पर ही नहीं, बल्कि समाज के हर कोने से किया जा सकता है। आयोजकों ने बताया कि यह सिर्फ़ शुरुआत है, और भविष्य में ऐसे और भी कई शिविर लगाए जाएंगे ताकि ज़रूरतमंदों तक समय पर रक्त पहुँच सके।
देशवासियों से अपील:
इस अवसर पर सभी नागरिकों से निवेदन है कि वे आगे आकर इस प्रकार के रक्तदान शिविरों में हिस्सा लें। यह न केवल हमारे सैनिकों के लिए जीवनदायिनी सिद्ध हो सकता है, बल्कि एक सशक्त और जागरूक समाज के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
रक्तदान एक महान पुण्य कार्य है — “रक्तदान, जीवन का दान है।” आइए, हम सभी मिलकर इस राष्ट्रभक्ति की भावना को आगे बढ़ाएं और हर संकट में देश के साथ खड़े रहें।