
अंबाला सिटी, 13 मई
सफलता उन्हें ही मिलती है, जो distractions को दरकिनार कर लक्ष्य पर फोकस रखते हैं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है अंबाला सिटी की 17 वर्षीय जपलीन कौर सबरवाल ने, जिन्होंने सीबीएसई कक्षा 10वीं की परीक्षा में शानदार 98 प्रतिशत अंक हासिल कर अपने माता-पिता, स्कूल और शहर का नाम रोशन किया है।
पालिका विहार की निवासी और माइंड ट्री स्कूल, पंजोखरा की छात्रा जपलीन ने 500 में से 488 अंक प्राप्त कर अपनी मेहनत और समर्पण का परिचय दिया। पढ़ाई के प्रति समर्पण इतना था कि उन्होंने परीक्षा से पहले ही फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से पूरी तरह दूरी बना ली।
📚 सादगी और अनुशासन बना सफलता की सीढ़ी
जपलीन बताती हैं, “मैंने टाइम टेबल बनाकर हर विषय पर पूरा ध्यान दिया। distractions को खुद से दूर रखा और पूरी ईमानदारी से पढ़ाई की।” उनका सपना है कि वह भविष्य में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनें और तकनीकी क्षेत्र में देश का नाम रोशन करें।
👨👩👧 परिवार बना प्रेरणा का स्त्रोत
अपनी सफलता का श्रेय जपलीन ने माता दमनदीप कौर और पिता कमलप्रीत सबरवाल को दिया है, जिन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया। वह अपनी बड़ी बहन जसलीन कौर, जो पेशे से वकील हैं, को अपना आदर्श मानती हैं। जपलीन कहती हैं, “दीदी को हमेशा पढ़ाई में अव्वल देखा, उसी से प्रेरणा मिली कि मैं भी टॉपर बनूं।”
🎉 स्कूल और परिवार में जश्न का माहौल
जपलीन की इस उपलब्धि से माइंड ट्री स्कूल का स्टाफ, रिश्तेदार और मोहल्ले वाले बेहद गर्वित हैं। स्कूल के शिक्षकों ने उनकी लगन और अनुशासन की सराहना की और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
📌 जपलीन की कहानी उन लाखों विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा है, जो सोशल मीडिया की चकाचौंध में अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया कि डिजिटल डिटॉक्स और फोकस ही सफलता की असली चाबी है।