
अंबाला, 16 मई 2025
स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा द्वारा “नेशनल डेंगू डे” के अवसर पर आमजन को डेंगू से बचाने हेतु एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। इस पहल के तहत प्रत्येक रविवार को “सूखा दिवस (Drying Day)” मनाने का आह्वान किया गया है, जिससे मच्छरों के पनपने की संभावना को जड़ से समाप्त किया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक रविवार को अपने घरों व आसपास के क्षेत्रों में सभी जल स्रोतों जैसे कूलर, टंकी, फ्रिज ट्रे, गमले, पानी के बर्तन आदि को खाली कर उन्हें अच्छी तरह सुखाने की सलाह दी गई है। ऐसा करने से मच्छर अपने अंडे नहीं दे पाएंगे, और पहले से मौजूद लार्वा भी नष्ट हो जाएगा।
क्यों जरूरी है यह अभियान?
डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियां ऐसे मच्छरों के काटने से फैलती हैं, जो साफ व ठहरे पानी में पनपते हैं। गर्मियों और बरसात के मौसम में इनके फैलने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में यह अभियान न केवल स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने का एक प्रयास है, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है।
आमजन की भूमिका:
इस अभियान को सफल बनाने के लिए आमजन की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। हम सभी यदि सप्ताह में केवल 10 मिनट निकालकर अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों की सफाई करें, तो डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी को रोका जा सकता है।
कूलर, फ्रिज ट्रे और फूलदानों में जमा पानी को हर सप्ताह साफ करें।
अनुपयोगी टायर, बोतल या अन्य पात्र जिनमें पानी जमा हो सकता है, उन्हें हटाएं।
घर की छत, आंगन और आसपास की नालियों की सफाई नियमित रूप से करें।
बच्चों व बुजुर्गों को पूरी बांह के कपड़े पहनाएं और मच्छरदानी का प्रयोग करें।
प्रशासन की अपील:
स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा ने स्पष्ट किया है कि “डेंगू की बीमारी दूर होगी, जब होगी हम सब की भागीदारी।” यह केवल सरकारी प्रयास नहीं है, बल्कि एक सामूहिक जन आंदोलन है जिसमें हर नागरिक की सक्रिय सहभागिता आवश्यक है।
डेंगू पर विजय केवल दवाओं या अस्पतालों से नहीं, बल्कि जन जागरूकता और स्वच्छता से ही संभव है। आइए, हर रविवार “सूखा दिवस” मना कर हम इस अभियान को सफल बनाएं और अपने घर, मोहल्ले व पूरे शहर को डेंगू मुक्त बनाएं