
हिसार, 17 मई 2025 – सोशल मीडिया पर सक्रिय यूट्यूबर और इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा के हिसार की रहने वाली ज्योति की गतिविधियों पर काफी समय से भारतीय खुफिया एजेंसियों की निगरानी चल रही थी। अब इस मामले में कई अहम जानकारियाँ सामने आई हैं।
पहलगाम यात्रा से शुरू हुई संदिग्ध हलचल
जांच में पता चला है कि ज्योति इस साल जनवरी में श्रीनगर और पहलगाम की यात्रा पर गई थी, जो कि आतंकी हमले से तीन महीने पहले की बात है। इसके बाद मार्च में वह पाकिस्तान गई थी। जांच एजेंसियों को शक है कि इन यात्राओं के पीछे कोई गहरी साजिश छिपी हो सकती है।
पाकिस्तानी अफसर से मुलाकात और यात्रा
पुलिस पूछताछ में ज्योति ने माना कि वह 2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन गई थी, जहाँ उसकी मुलाकात एक अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ ‘दानिश’ से हुई। दानिश के जरिए ही उसे पाकिस्तान जाने के लिए वीजा और आगे की व्यवस्था मिली। पाकिस्तान में वह दो बार गई और वहाँ दानिश के निर्देश पर एक अन्य व्यक्ति अली अहवान से मिली, जिसने न सिर्फ उसके ठहरने की व्यवस्था की, बल्कि उसकी मुलाकात पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों के कुछ अधिकारियों से भी करवाई।
गुप्त जानकारी साझा करने का आरोप
सूत्रों के अनुसार, ज्योति ने पाकिस्तान में रुकने के दौरान शाकिर और राणा शहबाज नामक व्यक्तियों से भी मुलाकात की। वह शाकिर के संपर्क में ‘जट रंधावा’ के नाम से मोबाइल में नंबर सेव कर बातचीत करती रही ताकि किसी को शक न हो। भारत लौटने के बाद वह व्हाट्सऐप, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे माध्यमों से लगातार इनसे संपर्क में रही और भारत से जुड़ी संवेदनशील जानकारियाँ साझा करती रही।
पुलिस हिरासत में, केंद्रीय एजेंसियों की पूछताछ जारी
हिसार पुलिस ने 15 मई को डीएसपी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए ज्योति को उसके घर से हिरासत में लिया। 17 मई को उसे कोर्ट में पेश कर 5 दिन की रिमांड ली गई है। फिलहाल केंद्रीय जांच एजेंसियां उससे विस्तृत पूछताछ कर रही हैं।
पहले भी हो चुकी हैं कई गिरफ्तारियाँ
इस केस से जुड़े मामले में अब तक पंजाब के मलेरकोटला और हरियाणा से कुल 6 संदिग्ध पाकिस्तानी एजेंटों की गिरफ्तारी हो चुकी है। माना जा रहा है कि यह कोई एकल मामला नहीं, बल्कि एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
ज्योति मल्होत्रा का यह मामला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने की एक और बड़ी चेतावनी के रूप में सामने आया है। सुरक्षा एजेंसियां अब उसकी सोशल मीडिया गतिविधियों और संपर्कों की गहराई से जांच कर रही हैं।