नए वेरिएंट JN.1 ने दुनियाभर में बढ़ाई चिंता, लेकिन घबराएं नहीं, सावधानी रखें
फरीदाबाद | 22 मई 2025 :
करीब ढाई वर्षों के लंबे अंतराल के बाद हरियाणा में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। फरीदाबाद जिले के सेहतपुर क्षेत्र का 28 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब एशिया के कई देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, और Omicron के नए सबवेरिएंट्स, विशेष रूप से JN.1 और उससे जुड़े वेरिएंट्स को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है।
दिल्ली के मॉल में करता है काम, अस्पताल में हुई पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, संक्रमित युवक दिल्ली के एक मॉल में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कार्यरत है। कुछ दिन पहले उसे बुखार, खांसी और सर्दी-जुकाम की शिकायत हुई, जिसके बाद उसे सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली ले जाया गया। वहाँ मंगलवार देर शाम उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग ने सक्रियता दिखाते हुए युवक के परिजनों के सैंपल लिए हैं और एक निगरानी टीम गठित की गई है।
किस वेरिएंट से संक्रमित है युवक, रिपोर्ट का इंतज़ार
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि युवक किस कोरोना वेरिएंट से संक्रमित हुआ है। डॉक्टरों ने बताया कि उसके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि यह संक्रमण Omicron के JN.1 वेरिएंट से है या किसी अन्य रूप से। विभाग के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने बताया कि संक्रमित युवक को आइसोलेशन में रखा गया है और उसकी सेहत पर नजर रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रतिदिन दो बार फोन पर संपर्क कर स्थिति का जायजा ले रही है।
क्या है नया JN.1 वेरिएंट और क्यों है चर्चा में?
Omicron के BA.2.86 उपवंश से विकसित JN.1 वेरिएंट की पहचान पहली बार अगस्त 2023 में हुई थी। इसके बाद यह धीरे-धीरे कई देशों में फैलता गया। दिसंबर 2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ यानी ध्यान देने योग्य वेरिएंट घोषित किया।
इस वेरिएंट में करीब 30 म्यूटेशन पाए गए हैं जो इसे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने में मदद करते हैं। यही वजह है कि यह वेरिएंट पहले की तुलना में थोड़ा अधिक संक्रामक है, हालांकि अब तक के अध्ययनों में यह साफ हुआ है कि इसकी वजह से बीमारी की गंभीरता में विशेष वृद्धि नहीं हुई है।
कितना है खतरनाक?
- विशेषज्ञों का कहना है कि JN.1 वेरिएंट बेहद संक्रामक जरूर है, लेकिन इसके लक्षण अब तक के मामलों में मध्यम या हल्के ही देखे गए हैं।
- WHO के अनुसार, मौजूदा वैक्सीन, विशेष रूप से XBB.1.5 बूस्टर डोज, JN.1 से बचाव में काफी हद तक प्रभावी है।
- सिंगापुर, चीन और थाईलैंड जैसे देशों में हाल ही में इस वेरिएंट के चलते मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की दर और ICU मामलों में कोई खतरनाक उछाल नहीं आया है।
डॉक्टरों की सलाह: घबराएं नहीं, सतर्क रहें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जनता को घबराने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन सावधानी और सतर्कता जरूरी है। संक्रमण की रोकथाम के लिए निम्नलिखित उपाय करने की सलाह दी गई है:
सावधानी बरतें, इन बातों का रखें विशेष ध्यान:
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- जिन्हें फ्लू जैसे लक्षण हैं वे घर पर रहें और डॉक्टर से सलाह लें।
- बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पहले से बीमार लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
- टीकाकरण से न चूकें — विशेष रूप से बूस्टर डोज जरूरी है।
सरकार भी अलर्ट मोड पर
फरीदाबाद प्रशासन ने कहा है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई बात नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है और सभी संपर्कों की पहचान व स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है। विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल अधिकृत स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।